यु.सि., नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी के दौरान जीवन रक्षक वैक्सीन पर कोहराम मचा हुआ है। दिल्ली में जहां वैक्सीन की कमी है वही प्राईवेट वैक्सीनेशन सेंटर पर भारी भरकम रकम लेकर वैक्सीन लगाई जा रही है। दिल्ली सरकार द्वारा वैक्सीनेशन बंद किए जाने और प्राईवेट अस्पतालों में वैक्सीनेशन के नाम पर मोटी रकम वसूले जाने को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन स्थित वैक्सीनेशन सेन्टर पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्लीवासियों को मुफ्त वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राईवेट सेंटर में वैक्सीनेशन के तर्ज पर भारी भरकम रकम लेकर वैक्सीन लगाई जा रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के सभी प्राईवेट वैक्सीनेशन केन्द्रों पर विरोध जताते हुए दिल्ली सरकार से निशुल्क वैक्सीन की मांग रखी।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा जब दिल्ली में सरकारी केन्द्रों में वैक्सीन ही उपलब्ध नही है और 10 जून के बाद मिलने वाली वैक्सीन की दूसरी डोज ही लोगों को लगेगी तो फिर केजरीवाल दिल्ली वालों को भ्रमित क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह फेल होने के बाद भी केजरीवाल लोगों को टीका उपलब्ध कराने में पूरी तरह असहाय साबित हुए है। अरविन्द केजरीवाल एक नीति के तहत सरकारी केन्द्रों पर वैक्सीन उपलब्ध नही करा रहे है और प्राईवेट अस्पताल के केन्द्रों पर लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर रहे है, जिस अभियान का केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन भी 1800 रुपये तक मंहगे नीजि टीकाकरण का प्रचार कर रहे है। जबकि केजरीवाल को अपने वायदे अनुसार निजी केन्द्रों से टीका खरीद कर गरीब लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगवाना चाहिए।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल प्रतिदिन नई घोषणा करके सिर्फ दिल्ली सरकार की नाकामियों को छिपाने का काम कर रहे है, क्योंकि जब सरकारी स्कूलों में बिना राशन कार्ड धारियों के लिए राशन वितरण का कार्य चल रहा है तो केजरीवाल वहां कैसे टीकाकरण का कार्यक्रम ‘जहाँ वोट, वहीं टीका’’ अभियान की शुरुआत करने की बात कर रहे है। क्या केजरीवाल की राशन वितरण को बंद करने की योजना है। उन्होंने कहा जबकि यह सर्वविदित है कि देश सहित दिल्ली में भी टीके की भारी कमी है, तो क्यों मुख्यमंत्री दिल्ली के लोगां की सहानूभूति लेने के लिए भावूक बयान देकर दिल्ली के गरीब लोगां को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है।