यु.सि., नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम फंड को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) दिल्ली प्रदेश आमने सामने हैं। दिल्ली सरकार द्वारा एमसीडी के फंड को रोके जाने के विरोध में आज दिल्ली बीजेपी, तीनों निगमों के महापौर और भाजपा पार्षदों ने निगमों का फंड रिलीज न करने को लेकर सोमवार को सिविक सेंटर से दिल्ली सचिवालय तक पदयात्रा कर विरोध प्रदर्शन किया। प्रर्दशन में प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, सभी महापौर, स्थाई समिति अध्यक्ष छैल बिहारी गोस्वामी, उपाध्यक्ष विजेंद्र यादव, नेता सदन योगेश वर्मा, सहित भाजपा पार्षदों ने हिस्सा लिया।
मौके पर आदेश गुप्ता ने आप पार्टी पर बोलते हुए कहा कि सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली को गंदा शहर बता कर सफाई कर्मियों का अपमान कर रहे है। दिल्ली सरकार के मंत्री और आप पार्टी नेता दिल्ली नगर निगमों के प्रशासक दल भाजपा एवं निगम अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर भ्रम की स्थिति बनाने की ओछी राजनीति कर रहे हैं।
गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार के बजट अनुसार इस वर्ष 2020-21 में पूर्वी दिल्ली निगम को फंड़ 1677 करोड़ रुपए है, लेकिन केवल 157 करोड़ रुपए ही मिले हैं, जबकि नियम अनुसार गत जून 2020 तक पूरा वार्षिक फंड जारी हो जाना चाहिए। इस वित्त वर्ष 2020-21 में दक्षिण दिल्ली नगर निगम को दिल्ली सरकार से 893 करोड़ रूपये फंड मिलना है, पर वर्ष के 6 माह पूरा होने को हैं पर आज तक केवल 232 करोड़ रूपये मिला है जो केवल लगभग 26 प्रतिशत है। वहीं उत्तरी निगम को रुपये 1568 करोड़ का फंड मिलना था पर केवल 612 करोड ही मिले, जो की देय फंड का 40 प्रतिशत भी नहीं है। आंकड़े साफ बता रहे हैं कि दिल्ली सरकार राजनीतिक द्वेष के चलते नगर निगमों को पूरी तरह पंगु करने में लगी है।