नई दिल्ली। देवी काली के आपत्तिजनक वृत्तचित्र पोस्टर पर हो रहा विवाद देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। काली के पोस्टर जारी करने वाले फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई के खिलाफ देश भर में रोष है। डॉक्यूमेंट्री में मां काली बनी एक्ट्रेस के एक हाथ में सिगरेट तो दूसरे हाथ में एलजीबीटीक्यू का झंडा दिखाया गया है। जिससे फिल्ममेकर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा रहे है और उनकी गिरफ्तारी की मांग हो रही है।
सर्व शक्ति सेना, राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सेठी ने देवी काली के आपत्तिजनक वृत्तचित्र पोस्टर पर अपना आक्रोश व्यक्त किया। हिंदू देवी के अपमानजनक चित्रण की निंदा करते हुए नीरज सेठी ने इस पर तत्काल प्रतिबंध लगाने और मां काली को इस तरह से चित्रित करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, जिस तरह से मां काली का अपमान किया गया है उन्हें सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। यह बहुत ही निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।
कोई भी फिल्म निर्देशक या अभिनेता मुस्लिम पादरियों या चर्च के खिलाफ संवाद करने की हिम्मत नहीं करता। लेकिन हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की आदत हो रही है। यह हिंदू समुदाय के खिलाफ एक पूर्व नियोजित शीत-गणित साजिश है। उन्होंने कहा, इसके पीछे कारण यह है कि फिल्मों की फंडिंग मुस्लिम समर्थित अंडरवर्ल्ड और विदेशों से आती है।
सेठी ने सुप्रीम कोर्ट और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस फिल्म पर तुरंत प्रतिबंध लगाने और जिम्मेदार लोगों को सलाखों के पीछे डालने की अपील की। उन्होंने केंद्र सरकार से हिंदू समुदाय पर इस तरह के कदाचार और सुनियोजित हमलों को रोकने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बहुसंख्यक समुदाय को उम्मीद है कि केंद्र की वर्तमान सरकार को ऐसी फिल्मों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो जानबूझकर हिंदू संस्कृति और धार्मिक भावनाओं पर हमला करती हैं और आहत करती हैं। अगर ऐसा नहीं किया गया तो सर्व शक्ति सेना पूरे देश में विरोध शुरू करेगी और इस फिल्म को चलने नहीं देगी।