नई दिल्ली। देश में पिछले दिनों कोविड-19 (Covid-19) केसों की बढ़ोतरी की दर में अभूतपूर्व तेजी देखने को मिली है। हालांकि, देश में कोरोना (Coronavirus) की मौजूदा तीसरी लहर की भयावहता अभी तक पहली और दूसरी लहर जैसे नजर नहीं आई है। इसके बावजूद एक्सपर्ट सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं। इसकी वजह है देश में री-प्रॉडक्टिव नंबर (Rt) में अब तक का सबसे बड़ा उछाल। री-प्रॉडक्टिव नंबर का मतलब होता है कि एक आदमी कितने और आदमियों को संक्रमित करता है। रोजाना संक्रमण दर अब देश में (COVID-19 Positivity Rates in India) 4.18 फीसदी तक पहुंच गई है। ऐसे में देश के प्रमुख आईआईटी संस्थान कानपुर (IIT Kanpur) का मानना है कि अगला एक महीना भारत के लिए बेहद ही अहम होगा।
बता दें कि देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के मामलों में बेतहाशा तेजी आई है। स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को कोरोना मरीजों की संख्या 58 हजार 97 तक पहुंच गई है। यह मंगलवा की तुलना में 56 प्रतिशत अधिक है। बीते 24 घंटे में देश में कोरोना से 534 लोगों की मौत हुई है वहीं 15,389 लोग स्वस्थ भी हुए।
देश में 2 लाख 15 हजार से अधिक सक्रिय मरीज हो गए हैं।
क्यों यह आंकड़ा खतरे की घंटी बजा दी है?
बता दें कि देश में 2 लाख 15 हजार से अधिक सक्रिय मरीज हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों की मानें तो कोरोना की रफ्तार महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, ओडिशा, केरल, गोवा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में सबसे तेज है। इसी को देखते हुए देश के कई राज्यों ने अपने यहां पाबंदियों और सख्त कर दिया है। दिल्ली में जहां पहले से ही नाइट कर्फ्यू लागू था वहीं अब वीकेंड कर्फ्यू की भी घोषणा हो चुकी है। बिहार सरकार ने भी 6 जनवरी से नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है।वहीं, देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया है।
क्यों होगा देश में कोरोना का बड़ा विस्फोट?
आईआईटी कानपुर के सहायक प्रोफेसर राजेश रंजन के मुताबिक, भारत में री-प्रॉडक्टिव नंबर (Rt) 1.43 के स्तर तक पहुंच गया है। देश में मार्च 2020 में कोरोना महामारी की शुरुआत से अब तक यह सबसे ज्यादा है। राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा 3 के पार हो गया है। यानी राजधानी में एक संक्रमित व्यक्ति 3 और लोगों को संक्रमित कर रहा है। ऐसे में देश में बहुत जल्द ही एक लाख का केस आ सकता है। वहीं जनवरी के आखिर तक कोरोना पीक पर आ सकती है।
ओमिक्रॉन और कोरोना संक्रमितों के मामले बढ़ने के बाद अब दिल्ली सरकार ने और सख्ती करना शुरू कर दिया है।
दिल्ली-महाराष्ट्र ने बढ़ाई चिंता
अगर राजधानी दिल्ली की बात करें तो ओमिक्रॉन और कोरोना संक्रमितों के मामले बढ़ने के बाद अब दिल्ली सरकार ने और सख्ती करना शुरू कर दिया है। केजरीवाल सरकार अब नाइट कर्फ्यू के साथ-साथ वीकेंड कर्फ्यू भी लगा दिया है। नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए संबंधित विभागों व ऑथोरिटीज को आदेश दिए गए हैं।
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कोरोना मरीजों के प्रसार में सबसे बड़ा कारण ओमिक्रॉन के तेजी से आ रहे मामले ही हैं। दिल्ली में अब ओमिक्रॉन के मामलों की संख्या बढ़कर 464 पहुंच गई। यह आंकड़ा महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा है। महाराष्ट्र में 653 मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में अब तक 259 मरीज रिकवर कर चुके हैं। वहीं, दिल्ली में अब तक 57 मरीज ठीक हो चुके हैं। अब तक देश के 24 राज्य ओमिक्रॉन में चपेट में आ चुके हैं, जहां 2,135 मरीज आ चुके हैं और 828 मरीज रिकवर हो चुके हैं।