नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित ऑक्सीजन (Oxygen) ऑडिट की रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के मुश्किले बढ़ गई है। आरोप है कि कोरोना (Covid19) के दुसरे लहर में केजरीवाल ने जरुरत से चार गुणा ज्यादा ऑक्सीजन की डिमांड की थी जब कि उस समय देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ था। सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के 183 अस्पतालों के लिए जरुरी 209 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जगह 1140 एमटी ऑक्सीजन की मांग रखी थी। जिसके कारण 12 अन्य राज्यों की ऑक्सीजन सप्लाई पर असर पड़ा था।
कोर्ट के ऑडिट रिपोर्ट के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) ने इस मौके को लपक लिया है। काग्रेस के डा0 नरेन्द्र नाथ ने कहा कि जिसके कारण दिल्ली सहित अन्य राज्यों में कोविड महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण सैंकड़ों लोगों की मौत हुई जिसके लिए केजरीवाल जिम्मेदार है। कांग्रेस ने मांग की है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल पर हत्या एवं अपराधिक लापरवाही का मुकदमा दर्ज हो और तुरंत केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा दें। कांग्रेस ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी से गंगाराम अस्पताल में 22 अप्रैल को 25 मरीजों, 23 अप्रैल को जयपुर गोल्डन में 20 मरीजों और 2 मई को बत्रा अस्पताल में 12 लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई, जबकि सरकार अस्पतालों, अस्पताल के बाहर, एम्बूलेंस व घरों में होम आसोलेटड सैंकड़ों लोगों की मौत हुई।
भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि कोरोना संकट में ऑक्सीजन की सरकार निर्मित कमी से मारे जाने वाले लोगों की वास्तव में हत्या हुई है जिसके लिए केजरीवाल सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है इसलिए केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए। भाजपा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि ऑक्सीजन ऑडिट मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय की रिपोर्ट के बाद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन के खिलाफ हत्या और आपराधिक षडयंत्र के मामलों में मुकदमें दर्ज होने चाहिए।
उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी मांग के बाद एक ऑडिट समिति गठित की थी। इस समिति की अंतरिम रिपोर्ट में दिल्ली सरकार को जरुरत से 4 गुना ज्यादा ऑक्सीजन की मांग करने का दोषी ठहराते हुए कहा गया है कि इस तरह की मांग से देश के दूसरे राज्यों में भी ऑक्सीजन संकट खड़ा हो सकता था। दिल्ली भाजपा ने सीएम केजरीवाल की गिरफ्तार की मांग किया है।