पटना। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रदेश महासचिव ने बिहार सरकार पर सवाल उटाते हुए कहा है कि नवादा में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मौन क्यों धारण किये हुए है। राजद प्रदेश महासचिव अरूण कुमार और प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता उपेन्द्र चन्द्रवंशी ने आज यानी गुरूवार को बिहार में शराब बंदी के बावजूद शाराब ब्रिकी पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतिश कुमार केशासनकाल मे शराब बंदी पूरी तरह से फेल है। जिस प्रकार से पूरे बिहार में अवैध शराब की बोतलें आ रही है उससे लोगों के सेहत पर बूरा प्रभाव नहीं पड़ रहा है बल्कि लोगों को अपनी जान भी गवानी पड़ रही है। परन्तु इस धंधे में शराब माफियाओं एवं पुलिस प्रशासन का चांदी ही चांदी है। वहीं दूसरी ओर राज्य की और भी भयानक स्थिति हो गई है। लोगों के बीच जहरीली शराब परोसे जा रहे हैं जिससे लोगों की मृत्यु भी हो रहे हैं।
अरूण कुमार ने कहा कि लगातार कई दिनों से देखा जा रहा है कि प्रदेश के विभिन्न इलाकों में शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है। होली के दिन नवादा में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई, जो बहुत ही दुखद है एवं राज्य सरकार के लिए शर्मनाक भी है कि जिस राज्य में पूर्ण शराब बंदी है यहां तक की होमियोपौथिक दवा के लिए स्प्रीट भी नहीं मिलता वहां जहरीली शराब कहां से आ रही है।
राजद के नेताओं ने कहा, पिछले दिनों जहरीली शराब पीने से जितने भी लोगों की मृत्यु हुई है वहां के अधिकारियों के विरूद्ध अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है और ना ही मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया गया है। ऐसे में उन गरीब परिवारों के समक्ष भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उन्होंने राज्य सरकार से अविलंब मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है।