नई दिल्ली। नए साल में कपड़ा व्यापारियों के लिए व्यापार महंगा पड़ सकता है। सरकार कपड़ों पर जीएसटी (GST) बढ़ाने की तैयारी में है। कपड़ा उद्योग में जीएसटी की दर 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने की चर्चा चल रही है।
जीएसटी परिषद की बैठ साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर 2021 शुक्रवार को 46वीं बैठक में लेखा-परीक्षा पर चर्चा होगी। बैठक में टेक्सईल पर जीएसटी बढ़ाने का मामला उठ सकता है। दरअसल एक जनवरी 2022 से टेक्सटाईल पर 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी जीएसटी लगने जा रहा है। इस बैठक में टेक्सईल पर बातचीत होगी, जो राज्यों से कपड़ा पर चार्ज कर बढ़ने वाला है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि कपड़ों पर वैट बढ़ोतरी को लेकर टेक्सटाईल इंडस्ट्रीज को भारी नुकसान हो सकता है। कपड़ा उद्योग में सूरत बहुत बड़ा है। यहां कई लोगों को रोजगार मिलता है। टेक्सटाइल पर जीएसटी बढ़ने का सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा और इससे आम आदमी और मध्यम वर्ग के लिए टेक्सटाइल और महंगा हो जाएगा।
आने वाले दिनों में हो सकता है कि सरकार को व्यापारियों का विरोध का सामना भी करना पड़े। हालांकि कई जगह कपड़ा व्यापारी इसका विरोध कर रहे हैं, वहीं विपक्ष कैसे पिछे रह सकता है। कई राजनीतिक दलों का विरोध करने का मुद्दा मिल गया है।