नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध संस्था, यूएन वीमेन के साथ मिलकर ओपी जिंदल समूह ने महिला दिवस एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। यह समारोह यूएन वीमेन के इस साल के अंतर्राष्ट्रीय दिवस की थीम, “थिंक इक्वल, बिल्ड स्मार्ट, इनोवेट फॉर चेंज” पर केन्द्रित रहा, जिसमें कॉर्पोरेट भूमिका में महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ाने और कारोबार की स्थापना से लेकर रणनीति और योजना में उनकी भागीदारी बढ़ाने तक अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान दिया गया।
इस समारोह में प्रमुख महिलाओं ने हिस्सा लिया, जिनमें कुचिपुड़ी नृत्यांगा और जेएसपीएल फाउंडेशन की अध्यक्षा शालू जिंदल, जिंदल सॉ लिमिटेड की प्रबंध निदेशक स्मीनू जिंदल, नीदरलैंड के लिए भारत की राजदूत रहीं भासवती मुखर्जी, यूएन वीमेन की भारतीय उप-प्रतिनिधि निष्ठा सत्यम, आरम्भ इंडिया इनिशिएटिव की संस्थापक एवं सह-निदेशक उमा सुब्रमणियन, मार्केटिंग, ब्रांडिंग एवं संचार विशेषज्ञ प्रो श्रुति जैन, आहार एवं जीवनशैली विशेषज्ञ सौम्या हिंदुजा और कैंसर विशेषज्ञ डॉ नीरजा गुप्ता मौजूद रहीं।
ओपी जिंदल समूह ने यूएन वीमेन के सशक्तिकरण सिद्धांत के प्रति अपनी निष्ठा जताई। यूएन वीमेन के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2019 की थीम से यह स्पष्ट होता है कि अर्थव्यवस्था से पूरी तरह जुड़ने के लिए लोगों के पास बिना किसी लैंगिक भेद-भाव के प्रोद्योगिकी एवं वित्त तक पूरी पहुंच होनी चाहिए। किसी भी संस्था और क्षेत्र में हर महिला-पुरुष की ऐसी भागीदारी से सामाजिक और आर्थिक सम्पन्नता आती है। इस समारोह का लक्ष्य था इन मुद्दों और प्रबंधन तहत कर्मचारी स्तर पर महिलाओं को होने वाली दिक्कतों को सही तरीके से उजागर करना और इनका समाधान ढूंढना।
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यूएन वीमेन की भारतीय उप-प्रतिनिधि, निष्ठा सत्यम ने कहा, “हमें महिला सशक्तिकरण के मुद्दे को आगे बढ़ाने और सभी के लिए सतत विकास के लिए 2030 एजेंडे के कार्यान्वयन में मदद करने के लिए ओ पी जिंदल समूह के साथ गठजोड़ की खुशी है। महिलाओं का अवैतनिक कार्यों में लगभग 3 गुना अधिक योगदान है, जिसका देश के जीडीपी में प्रमुख सहयोग है।
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