नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे 38वां भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में आगंतुकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है इको-फ्रेंडली सरस। सरस मेला ग्रामीण विकास मंत्रालय के एक उल्लेखनीय अनुनायी है जिसका उद्देश्य हैंडक्राफ्ड उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला अपने दर्शकों के बीच लाना। इस वर्ष सरस ने देश भर से 240 कारीगरों द्वारा बनाये गए हैंडक्राफ्ड उत्पादों को 120 स्टॉलों पर दर्शाया है।
आगंतुकों को भा रहा है रद्दी अखबारों से निर्मित उत्पाद
अगर हम बात करें स्टॉल नं. 87 की जो हॉल नं. सात में स्थित है। उत्तर प्रदेश झांसी के नवसृजन महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित हैण्डमेड डेकोरेटिव उत्पाद जो रद्दी अखबारों से निर्मित है, मेले में आए आगंतुकों को बेहद पसंद आ रहा है। समूह के संचालक आकांक्षा बताती है कि ग्यारह महिलाओं की एक टीम द्वारा घर में रद्दी अखबारों से गुडिया, फूलदानी, झूमर आदि जैसे उत्पादों को बनाया जाता है। उन्होंने सरस मेले पर बोलते हुए कहा कि मैं सरस की शुक्रगुजार हूं जिन्होंने इस मेले के माध्यम से हमारे उत्पादों को देश के समक्ष लाने मे मदद की है।
आईआईटीएफ सरस मेले में दिखा सेनेटरी पैड डिस्पोजल
हिमाचल प्रदेश के स्टॉल नं. 28 के शॉप संचालक ने बताया कि मासिक के दौरान इस्तेमाल किया गया पैड को अक्सर महिलाएं इधर-उधर फेंक देती हैं जो स्वच्छ भारत मिशन के तहत सही नहीं है। टीन के डब्बे, गोबर, चारा और मिट्टी द्वारा निर्मित यह सेनेटरी पैड डिस्पोजल कई मायने में महिलाओं के लिए कारगर साबित होगी।