बिहार भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा के पुत्र राकेश ओझा ने कहा कि हमारे स्वर्गीय पिता विशेश्वर ओझा ने दो दशक से शाहाबाद क्षेत्र अंतर्गत भाजपा को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया है। उनके निधन के बाद पार्टी के द्वारा स्वर्गीय ओझा की पत्नी शोभा देवी को बीजेपी नेतृत्व के द्वारा दरकिनार करने का कार्य किया गया है। इस गलती का जवाब शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता जनार्दन वोट के चोट से देने का कार्य करेगी।
बिहार ब्यूरो,
शाहपुर। बिहार विधान सभा के चुनावी बिगुल बजते ही हर एक पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप के साथ टिकट ना मिलने पर पार्टी से नाराजगी एवं पार्टी के लिए दशकों से पार्टी को मजबूत करने के लिए संकल्पित नेताओ को दरकिनार कर दूसरे प्रत्याशी को दिए जाने पर काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। एकाएक उस समय कौतूहल का कारण बन गया जब बिहार भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष स्वर्गीय विशेश्वर ओझा की पत्नी शोभा देवी ने अपने समर्थको के साथ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में गुरूवार को नामांकन दाखिल किया।
स्वर्गीय ओझा के पुत्र राकेश विशेश्वर ओझा ने आरोप लगाया कि उन्हीं के परिवार के कुछ लोगों के द्वारा पार्टी फार्म को भ्रमित कर भारतीय जनता पार्टी से टिकट लेने का कार्य किया गया है जोकि भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष स्वर्गीय ओझा का घोर अपमान है। उन्होंने कहा कि हमारे स्वर्गीय पिता वीर विशेश्वर ओझा ने दो दशक से शाहाबाद रेंज क्षेत्र अंतर्गत भाजपा को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया है जिसके फलस्वरूप शाहाबाद क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा बीजेपी उम्मीदवार को उनके द्वारा जिताने का कार्य किया गया और उनके निधन के बाद पार्टी के द्वारा स्वर्गीय ओझा की पत्नी शोभा देवी को बीजेपी नेतृत्व के द्वारा दरकिनार करने का कार्य किया गया है जिस से शाहपुर विधानसभा की जनता व विशेश्वर समर्थक काफी आक्रोशित हैं।
राकेश ओझा ने कहा, पार्टी के द्वारा किए गए इस गलती का जवाब शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की देव तुल्य जनता जनार्दन वोट के चोट से देने का कार्य करेगी। मेरा पूरा विश्वास शाहपुर की जनता पर है और इन्हीं जनता जनार्दन के आदेश पर मेरी माता शोभा देवी जी ने आज निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है।