अल्मोड़ा, ब्यूरो
यु.सि.। कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीताम्बर पान्डेय ने सात माह से बन्द कोचिंग सेन्टरों को ना खोले जाने पर कोचिंग सेन्टर संचालकों के साथ अन्याय करार दिया। उन्होंने बुधवार को कहा कि जहां एक ओर बैंक, पोस्ट आफिस, विभाग, प्रतिष्ठान, वाहन सहित सभी व्यवसाय संचालित हो रहे हैं वहीं दूसरी ओर कोचिंग सेन्टरों को अभी तक बन्द रखा गया है। श्री पान्डे ने कहा कि आज सात माह से कोचिंग सेन्टर बन्द है जिससे कोचिंग संचालकों को अपने परिवार के भरण-पोषण में बेहद कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में हजारों की संख्या में लोग कोचिंग सेन्टर के रोजगार से जुड़े हुए है तथा सात माह से कोचिंग सेन्टर बन्द होने के कारण हजारों की संख्या में कोचिंग सेन्टर संचालक, कोचिंग सेन्टर में पढ़ाने वाले अध्यापक व कोचिंग सेन्टरों में कार्य करने वाले व्यक्तियों के सामने भुखमरी की नौबत आ गयी है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को अपने स्तर से भी यह मनन करना चाहिए कि सात माह से बन्द कोचिंग सेन्टर संचालन अपने जीवन यापन के लिए क्या करेंगें? अधिकाश कोचिंग सेन्टर किराये के भवनों पर चलते हैं, कोचिंग सेन्टर बन्द होने से कोचिंग संचालकों के ऊपर किराया भी चढ़ता जा रहा है जिसे देने में कोंचिग संचालक पूर्ण रूप से असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि कोचिंग सेन्टरों के लिए लोगों ने लाखों रूपयों का लोन बैंकों से लिया हुआ है जिसका ब्याज भी उनके ऊपर चढ़ता जा रहा है। श्री पान्डेय ने कहा कि जहां वर्तमान में लगभग सभी व्यवसाय खोले जा चुके हैं ऐसे में कोचिंग सेन्टरों को भी सोशल डिस्टेनसिंग के साथ खोला जाना बेहद आवश्यक है।