ब्यूरो रिपोर्ट, फतेहपुर
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के सदर तहसील क्षेत्र के मलाका गांव में तैनात लेखपाल की शर्मनाक करतूत सामने आई है। पीड़ित नत्थूलाल का आरोप है कि उसकी माँ महरनियां देवी की 18 अप्रैल 2021 को लंबी बीमारी के चलते मौत हो चुकी है। मां की मौत के बाद गांव की प्रधान बेला देवी के सत्यापन रिपोर्ट के बाद 8 मई 2021 को ग्राम पंचायत सचिव ने महरनिया देवी का मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया है। जिसके बाद पीड़ित नत्थूलाल मृत्यु प्रमाण पत्र लेकर हल्का लेखपाल विवेक तिवारी के पास पहुंचा और जमीन के वरासत के लिए कहा।
आरोप है कि लेखपाल ने पीड़ित व्यक्ति से वरासत के नाम पर 9 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। जब पीड़ित ने अपनी गरीबी का दुखड़ा लेखपाल को सुनाकर रिश्वत देने से मना कर दिया तो लेखपाल ने उसे यह कहकर भगा दिया कि अब जब तुम यमराज से अपनी मां के मृत्यु का प्रमाण पत्र लेकर आओगे तभी भूमि का वरासत करूँगा। जिसके बाद से पीड़ित एसडीएम और डीएम के कार्यालयों का चक्कर काट-काटकर थक गया, लेकिन अभी तक उसकी कोई सुनवाई नही हुई है।
नत्थूलाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब उसकी शिकायती पत्र की जांच होती है तो लेखपाल उसकी मां को जिंदा होने की रिपोर्ट लगाकर अधिकारियों को गुमराह कर देता है अब वह आखिरी उम्मीद लेकर तहसील दिवस में डीएम के सामने पेश होकर अपनी पूरी फरियाद सुनाई और डीएम मैडम से मैंने कहा की जब मेरे पास सारा दस्तावेज उपलब्ध है तो क्या माँ का मृत्यु प्रमाण पत्र यमराज से लेकर आऊं अब मैं वरासत के लिए चक्कर काटते-काटते थक गया हूँ। डीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम सदर को जांच कर पूरे मामले में कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।
वहीं इस पूरे मामले में सीडीओ सत्यप्रकाश ने बताया कि यह मामला तहसील दिवस के माध्यम से एसडीएम सदर के पास आया है , इस मामले में जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।