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Russia-Ukraine War : जो दिन हर लड़के और लड़की के लिए बेहद खास होता है, उस दिन पटाखों की जगह अगर आसमान से मिसाइलें और बम छोड़े जाने लगें, तो हालात चुनौतीपूर्ण हो जाते हैं. यूक्रेन के एक शादीशुदा जोड़े (Patriotic Couple Join Army Just After Wedding) के साथ ऐसा ही हुआ. उनकी शादी की कसमें पूरी ही हुई थीं कि रूसी फाइटर प्लेन मिसाइलें बरसाने लगे. ऐसे में उन्होंने जो किया, वो देशभक्ति (Newlywed Ukrainian Joins Army) की मिसाल है.
यूक्रेन में युद्ध के दौरान तमाम ऐसी कहानियां सामने आ रही हैं, जो आपके रोंगटे खड़ी कर देंगी. रूस जहां यूक्रेन को तबाह करने पर आमादा है, वहीं यूक्रेनियन नागरिक आखिरी सांस तक लड़ने की कसम खा चुके हैं. ऐसे ही नागरिक हैं स्वियातोस्लेव फुरसिन (Sviatoslav Fursin) और यारिना एरिवा (Yaryna Arieva), जिनकी शादी 22 फरवरी को हुई थी. शादी के बाद ही देश में जो हालात बन गए, उन्होंने इस शादीशुदा जोड़े को एक बड़ा फैसला लेने को मजबूर कर दिया.
शादी की अंगूठी पहनते ही शुरू हुए हमले
24 साल के स्वियातोस्लेव फुरसिन (Sviatoslav Fursin) और 21 साल की यारिना एरिवा (Yaryna Arieva) की शादी मई, 2021 में ही होने वाली थी, लेकिन ये आगे टाल दी गई. 22 फरवरी को जब ये जोड़ा सेंट माइकल मोनैस्ट्री में साथ-साथ जीने-मरने की कसमें खा रहा था, तभी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया. राजधानी कीव में मौजूद इस कपल की ज़िंदगी का सबसे खुशहाल दिन देखते ही देखते भयावह हालात में बदल गया. बतौर पति-पत्नी उन्हें जहां अच्छा वक्त बिताना चाहिए था, वहां इस कपल ने अपने लिए अलग ही रास्ता चुन लिया.
22 फरवरी को ही जोड़े ने शादी की थी, जिसके बाद ही यूक्रेन में रूस के हमले शुरू हो गए.
देश के लिए उठा लिए हथियार
अक्टूबर, 2019 में मिले इस कपल ने पति-पत्नी के तौर पर जो पहला काम साथ-साथ किया, वो अपने देश की रक्षा के लिए हथियार उठाना था. यार्ना ने अपने फेसबुक पेज से हाथ में AK-47 थामे हुए अपनी और अपने पति की तस्वीर साझा की है. उन्हें डिफेंस सेंटर में जाकर बात की और उनसे सुझाव लिया. Daily Star की रिपोर्ट के मुताबिक यार्ना कहती हैं कि हालात बहुत मुश्किल हैं और उन्हें अपनी धरती के लिए लड़ना होगा. इसमें अगर हम साथ मर भी जाते हैं, तो कोई बात नहीं. कम से कम हम अपनी ज़मीन और अपने लोगों की रक्षा के लिए कुछ तो करेंगे. यार्ना को ये भी उम्मीद है कि रूस उनकी धरती छोड़ देगा और वे सामान्य तौर पर अपनी ज़िंदगी जी पाएंगे.
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