नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येन्द्र जैन को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी दिल्ली (BJP) प्रदेश ने गंभीर आरोप लगाया है। भाजपा प्रदेश आदेश गुप्ता ने कहा है कि केजरीवाल सरकार के मंत्री सत्येन्द्र जैन पर ईडी द्वारा 2017 से चल रही जांच के बाद हुए खुलासे में अवैध रुप से करोड़ों रुपये के लेन-देन इस बात का प्रमाण है कि ना सिर्फ मंत्री बल्कि उन्हें संरक्षण दे रहे अरविंद केजरीवाल भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
श्री गुप्ता ने कहा कि हवाला कारोबारी जीवेंद्र मिश्रा, अभिषेक चोखानी एवं राजेन्द्र बंसल ने खुद माना है कि उन्होंने सत्येन्द्र जैन को 16.39 करोड़ रुपये दिए हैं। उन्होंने कहा कि गंभीर बात यह है कि सत्येन्द्र जैन ने किसी को मोहरा बनाकर काम नहीं किया बल्कि स्वयं हवाला कारोबारियों से सीधे संपर्क में रहकर अपनी शैल कंपनियों को चलाते रहे। शैल कंपनियों के पते को अनाधिकृत कॉलोनियों पर दिखाए गए जिससे उनकी काली करतूतों पर किसी का ध्यान न जाए और वे करोड़ों रुपये की गाढ़ी कमाई करते रहे। उन्होंने कहा कि फर्जी कंपनियों इंडो मेटल इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड, अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर दिल्ली में 123.16 बीघा और 36.07 विस्वा जमीन सत्येन्द्र जैन ने काले धन से खरीदी है। इसके साथ ही सत्येन्द्र जैन ने 27.69 करोड़ में 200 बीघा से अधिक कृषि योग्य जमीन कराला, औचंदी निजामपुर, बुद्ध नगर उत्तर एवं उत्तर-पश्चिमी दिल्ली में अनाधिकृत कॉलोनियों के साथ लगती हुई जमीन भी खरीदी ताकि उससे अधिक मुनाफा कमाया जा सके। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को इस बात की जानकारी पहले से ही थी इसलिए वे पहले ही शोर मचाना शुरु कर दिया कि सत्येन्द्र जैन के यहां ईडी छापेमारी करेगी।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने चेतावनी दे ते हुए कहा कि हवाला कारोबारियों से 16.39 करोड़ रुपये के लेन-देन का खुलासा होने के बावजूद भी केजरीवाल 24 घंटे के अंदर सत्येन्द्र जैन को मंत्री पद से बर्खास्त नहीं किया तो भाजपा मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रचंड विरोध प्रदर्शन करेगी।