ब्यूरो रिर्पोट, फतेहपुर
फतेहपुर। भाकियू (BKU) में बगावत के बाद शीर्ष नेतृत्व से नाराज चल रहे पदाधिकारियों और उनके समर्थकों ने पिछले दिनों भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के गठन की घोषणा कर दी। संगठन का संरक्षक गठवाला खाप के चौधरी राजेंद्र सिंह और अध्यक्ष राजेश चौहान को बनाया गया है। भाकियू (अराजनैतिक) का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते ही राजेश चौहान ने टिकैत बंधुओं पर जमकर निशाना साधा। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार राजेश चौहान अपने गृह जनपद फतेहपुर पहुंचे जहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने राकेश टिकैत और नरेश टिकैत पर हमला बोलते हुए कहा कि राकेश टिकैत और नरेश टिकैत का संगठन में काम करने का अनुभव केवल 11 साल का है वहीं उन्होंने अपने अनुभव के बारे में बताते हुए कहा कि उनका इस संगठन को खड़ा करने में 75 फीसदी का योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि उनको इस संगठन में काम करने का करीब 33 साल का अनुभव है, ऐसे में आप ही बताएं कि सीनियर कौन है।
उन्होंने केंद्र सरकार को तगड़ा अल्टीमेटम दिया उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में किसानों से जुड़ी हुई जितनी भी घोषणा की थी उन्हें जल्द से जल्द पूरा करें नहीं तो देश और प्रदेश स्तर पर बीजेपी के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पश्चिम में उनका संगठन पूरी तरीके से मजबूत है और आने वाले वक्त में वह देश भर में अपने संगठन को खड़ा करेंगे।
कौन हैं भाकियू के नए अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के सिठौरा गांव में जन्में राजेश सिंह चैहान 1990 में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) से जुड़े और जिलाध्यक्ष बने थे। श्री चौहान किसानों की समस्या को लेकर अक्सर चर्चा में रहे हैं। वर्ष 2000 में उन्हें अध्यक्ष के रूप में प्रयागराज मंडल की कार्यभार सौंपी गई। 32 साल भाकियू में रहकर राजेश सिंह चौहान ने एक संघर्षशील किसान नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई और जिलाध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक का सफर तय किया।