नई दिल्ली। बीते दिनों पूर्व केन्द्रीय मंत्री जगदीश टाईटलर के खिलाफ पांच वीडियो दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष को भेजने वाले गुमनाम शख्स ने अब एक और लिफाफा भेजा है। मनजीत सिंह जी.के. के आवास पर स्पीड पोस्ट से 23 मार्च 2018 को भेजे गये इस लिफाफे में एक पत्र के साथ पेन ड्राईव नत्थी है। जिसमें पुराने पांच वीडियो का असली रूप है। इससे पहले 5 फरवरी 2018 को जी.के. ने टाईटलर के 5 वीडियो को जारी किया था। जिसमें टाईटलर 100 सिखों का कत्ल करने, दिल्ली हाईकोर्ट में पाठक दम्पति को जज नियुक्त करवाने तथा 150 करोड़ के काले धन के बारे बात करते हुए अपने बेटे की कम्पनी का स्विस बैंक में खाता होने का हवाला दे रहा था। परन्तु दिल्ली कमेटी द्वारा इन विडियो को जारी करने के बाद टाईटलर ने जी.के. तथा अकाली सांसदो को मानहानि का नोटिस भेजते हुए इन विडियो की सत्यता पर सवाल उठाया था।
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जी.के. को पत्र भेजने वाले ने दावा किया है कि टाईटलर की विडियों सार्वजनिक होने के बाद टाईटलर के खिलाफ सी.बी.आई. द्वारा 1984 सिख कत्लेआम तथा प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लाड्रिंग केसों की जांच शुरू होने से वो बौखला गया है। यह विडियो पूरी तरह से सच है तथा पेन ड्राईव में इस बार आई वीडियो में टाईटलर के साथ बातचीत कर रहा शख्स बिलकुल साफ नजर आ रहा है। जी.के. ने बताया कि वीडियो को देखने के बाद चैहान ने सच का साथ देने का भरोसा देते हुए इन वीडियो में खुद के होने को भी प्रमाणित किया।