नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश को कोरोना महामारी से सुरक्षित रखने की दिशा में लगातार किए जा रहे प्रयासों के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। देश में सबसे ज्यादा कोविड टेस्ट करने वाले उत्तर प्रदेश में 30 अप्रैल के 03 लाख 10 हजार 783 मरीजों की पीक की स्थिति के सापेक्ष आज 36 दिवस के उपरांत 94 फीसदी की गिरावट हो चुकी है। वर्तमान में 19,438 कोरोना केस एक्टिव हैं। हमारी रिकवरी दर 97.6 प्रतिशत हो गई है। प्रदेश सरकार ने आज यानी शनिवार को विज्ञप्ति जारी कर यह आंकड़े बताये है।
योगी सरकार की माने तो ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट की नीति के अनुरूप उत्तर प्रदेश की नीति के उत्साहजनक परिणाम मिल रहे हैं। प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 10 लाख 32 हजार 967 कोविड टेस्ट किए गए हैं। विगत 24 घंटे में प्रदेश में कोविड टेस्ट पॉजिटिविटी दर मात्र 0.4 फीसदी रही। बीते 24 घंटों में 1,092 नए मरीज पाए गए हैं। इसी अवधि में 4,346 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। इस तरह अब तक कुल 16 लाख 56 हजार 763 प्रदेशवासी कोरोना से मुक्त होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
कोरोना के कम होते संक्रमण दर के दृष्टिगत 600 एक्टिव केस से कम संख्या वाले 64 जनपदों को कोरोना कर्फ्यू से छूट दी गई है। ताजा स्थिति के अनुसार बुलंदशहर और बरेली जनपद में कुल एक्टिव केस की संख्या 600 से कम हो गई है। दो दिवसीय प्रदेशव्यापी साप्ताहिक बन्दी के समाप्त होने के बाद आगामी सोमवार से इन दोनों जिलों को भी सप्ताह में पांच दिन सुबह 07 बजे से सायं 07 बजे तक कोरोना कर्फ्यू से छूट दी जाए। साप्ताहिक व रात्रिकालीन बन्दी सहित अन्य सभी संबंधित नियम इन जिलों में लागू होंगे।
प्रदेश के 67 जिलों में कुल एक्टिव केस की संख्या 600 से कम हो गई है। रिकवरी की स्थिति को देखें तो सोमवार तक चार-पांच और जनपदों के भी 600 एक्टिव केस से कम की श्रेणी में आने की संभावना है कोविड वैक्सीनेशन संक्रमण से बचाव का सुरक्षा कवर है। केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तर प्रदेश सरकार सभी नागरिकों का यथाशीघ्र टीका-कवर देने के लिए संकल्पित है। अब तक प्रदेश में 01 करोड़ 98 लाख 38 हजार 187 डोज लगाए जा चुके हैं। बीते 24 घंटे में 04 लाख 01 हजार 582 लोगों ने टीका-कवर प्राप्त किया। सोमवार से महिलाओं के सुविधाजनक टीकाकरण के लिए पृथक बूथ भी संचालित किए जाएंगे। इस संबंध में सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं।
कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया प्रदेश में सुचारू रूप से चल रही है, किंतु अब इसे और तेज करने की जरूरत है। जून माह में हमारा लक्ष्य एक करोड़ लोगों को टीका-कवर से आच्छादित करना है, जबकि जुलाई माह में इसे दो से तीन गुना तक विस्तार देने की योजना है। इसके दृष्टिगत बड़ी संख्या में वैक्सीनेटर की आवश्यकता होगी। नर्सिंग कॉलेजों के प्रशिक्षु विद्यार्थियों को टीकाकरण के संबंध में प्रशिक्षित किया जाए। प्रशिक्षण की यह कार्यवाही अगले सप्ताह से प्रारंभ कर दिया जाए।