यु.सि., नई दिल्ली। दिल्ली में फिर एक बार कोरोना दिल्लीवासियों को डरा रहा है। पिछले कई दिनों से संक्रमण में बेतहासा वृद्धि हो रही है। कोरोना के बढ़ते केस के मद्देनजर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यानी शुक्रवार को अपने आवास पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों साथ बैठक कर हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में आज कोविड-19 की 3583 नए केस आए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली कोरोना की चौथी लहर है। देखने को मिला है कि दिन-प्रतिदिन बड़ी तेजी से केस बढ़ते जा रहे हैं, जो चिंता का विषय है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति काबू में है और सरकार का लाॅकडाउन लगाने का फिलहाल कोई विचार नहीं है। हम स्थिति पर नजर बनाए हुए है और भविष्य में जरूरत पड़ती है, तो जनता से बात कर कोई निर्णय लिया जाएगा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से अपील की कि कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए सभी लोग मास्क अवश्य पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और अपने हाथों को बार-बार साफ करते रहें।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि आज हमने बैठक कर यह देखा कि अस्पतालों में और कितनी व्यवस्था करने की जरूरत है, ताकि अगर लोग बीमार हों और वे अस्पताल में भर्ती होना चाहें, तो उनके लिए व्यवस्था रहे। एंबुलेंस, अस्पताल, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और आईसीयू आदि व्यवस्थाओं के ऊपर विचार किया गया। प्राइवेट अस्पतालों के अंदर आईसीयू के बेड बढ़ाए जाएंगे। कब-कब सरकारी अस्पतालों के अंदर कितने-कितने बेड बढ़ाए जाएंगे, उसकी योजना बनाई गई।
जहां-जहां कंटेनमेंट जोन बनाने की जरूरत है, वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कोरोना को फैलने से किस तरह से रोका जाए? जिसमें हम हमेशा टेस्ट, ट्रेसिंग और आइसोलेशन की बात कहते हैं। इसको बहुत ही तेजी के साथ किया जा रहा है और जहां-जहां कंटेनमेंट जोन बनाने की जरूरत है, वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे और इसको फैलने से रोकने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की, कि फिर से वापस मास्क पहनना शुरू कर दीजिए। मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग और अपने हाथ को लगातार धोते रहना, यह हम लगातार करते रहेंगे, तो कोरोना को फैलने से रोक सकते हैं। दूसरी चीज है, हॉस्पिटल मैनेजमेंट। अगर हम बीमार हो जाएं, तो हमारे लिए अस्पताल में उचित जगह होनी चाहिए और हमारा अच्छा उपचार होना चाहिए। इसके उपर सरकार उचित कदम उठा रही है। वहीं, तीसरा है वैक्सीनेशन। वैक्सीनेशन के ऊपर सरकार पूरा ध्यान दे रही है। हमें लगता है कि जितना ज्यादा वैक्सीनेशन किया जाएगा, उतना ज्यादा इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। हमें खुशी है कि केंद्र सरकार ने एक अप्रैल से 45 साल से ऊपर की उम्र वालों को वैक्सीनेशन की इजाजत दे दी है।