नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’ के 5 वर्ष पूर्ण होने पर कृषि भवन में योजना के आगामी विस्तार से संबंधित समीक्षा बैठक हुई। इसमें योजना की सफलता और आगामी लक्ष्यों को लेकर चर्चा किया गया। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी एवं पुरुषोत्तम रुपाला शामिल हुए।
बैठक के बाद योजना के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का 5 वर्ष का क्रियान्वन सफल रहा है। 5 वर्षों में 90,000 करोड़ रुपए की दावा राशि किसानों को वितरित की गई है। प्रतिवर्ष 5.5 करोड़ से अधिक किसान इस योजना के तहत नामांकित हो रहे है। कैलाश चौधरी ने बताया कि पहले यह योजना ऋणी किसानों के लिए अनिवार्य थी, मगर इसमें सुधार करते हुए इसे स्वैच्छिक कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की यह योजना कृषि समृद्धि की दिशा में अभूतपूर्व साबित हुई है।
उन्होंने कहा, इस योजना ने लाभार्थी किसानों का कवरेज को बढ़ाया है। जोखिम को कम किया है। करोड़ों किसानों को इससे फायदा पहुंचा है। दावा किया है कि 13 जनवरी 2016 को लॉन्च होने के बाद से अब तक इस योजना के तहत किसानों के 90 हजार करोड़ रुपये के दावों का पेमेंट किया गया है। कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान भी लगभग 70 लाख किसानों ने इस योजना का लाभ उठाया। लाभार्थियों को 8741.30 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं।