नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली नगर निगम की मेयर प्रीति अग्रवाल पर टेंडर प्रक्रिया में भ्रष्टाचार करने का आरोप लग रहा है। आम आदमी पार्टी प्रवक्ता दिलीप पांडे ने मेयर पर संगिन आरोप लगाते हुए मेयर को पद से हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि नार्थ एमसीडी की मेयर प्रीति अग्रवाल ने निगम के एक बड़े टेंडर प्रोसेस को प्रभावित करने की कोशिश की है। पांडे ने कहा कि मेयर साहिबा ने नवंबर में टेंडर प्रोसेस में दखल दिया, टेंडर प्रक्रिया की मीटिंग में जबरदस्ती घुसकर बैठक को अस्त-व्यस्त करती हैं और नियम-कानूनों को ताक पर रखते हुए इस टेंडर के कागज अपने पास मंगवाए जो पूरी तरह से गैर-संवैधानिक था, जाहिर है कि इसके पीछे मंशा भ्रष्टाचार को अंजाम देने थ। उन्होंने कहा, मेयर साहिबा पर एडिश्नल कमिश्नर ने भी आरोप लगाए, उसके बाद उन अफसर को अपने पास बुलाकर मेयर साहिबा द्वारा लज्जित किया जाता है और उन्हें दिल्ली सरकार में भेज दिया। पूरे टेंडर में मेयर साहिबा पर 10 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगा, जब तक मेयर को उनके कमीशन का पैसा नहीं मिला उन्होंने टेंडर प्रक्रिया को रोककर रखा। जितने भी टेंडर उत्तरी नगर निगम में होते हैं उसमें मेयर साहिबा का अपना एक कमीशन फिक्स है और जब तक मेयर साहिबा को उनका कमीशन नहीं मिल जाता तब तक वो फाइल को अपने पास रोक कर रखती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पूसा रोड़-करोल बाग में एक व्यवसायिक इमारत के निर्माण में मेयर प्रीति अग्रवाल सक्रिय तौर पर जुड़ी हैं। सुप्रीम कोर्ट के एक वकील की शिकायत पर उपराज्यपाल महोदय ने इस मामले में विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। लेकिन सवाल यह है कि जो विजिलेंस विभाग मेयर के आधीन काम करता हो मेयर के खिलाफ जांच करेगा? इस मामले को दिल्ली भाजपा सिर्फ एक भ्रम बता रहा है। पार्टी के महामंत्री रविन्द्र गुप्ता का कहना है कि आम आदमी पार्टी केवल भ्रम फैला कर राजनीतिक लाभ उठाने की ओछी राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि आप पार्टी द्वारा महापौर पर लगाये गये तथ्यहीन आरोप भी केवल मंत्री सतेन्द्र जैन पर लगे स्थापित एवं गम्भीर भ्रष्टाचार के आरोपों से दिल्ली की जनता का ध्यान भटकाने की ओछी साजिश है।
उत्तरी नगर निगम की मेयर प्रीति अग्रवाल पर लगे टेंडर में बड़े घोटाले करने के आरोप
By Yuva Siyasat