आपातकालः सत्ता के मोह में कांग्रेस ने दिन दहाड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी- विजय गोयल

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सांसद विजय गोयल ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश में लगाये गये आपातकाल पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 25 जून को सेमिनार का आयोजन किया। गोयल ने कहा कि 25 जून 1975 को कांग्रेस ने अपनी सत्ता बचाने के लिए लोकतंत्र की हत्या की और संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की थी। भारतीय राजनीति के इतिहास में इसे काला अध्याय भी कहा जाता है। सांसद विजय गोयल ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र के सबसे दुःखद अध्याय 25 जून 1975 आपातकाल का है। देश स्वतंत्र होने के बाद भी तत्कालीन सरकार ने लाखों लोगों को जेल में डालकर देशवासियों की संवैधानिक आजादी को छीना था। सत्ता के मोह में सिंहासन को बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने दिन दहाड़े लोकतंत्र की हत्या कर दी और देश के नागरिकों को खून के आंसू रुलाया। आपातकाल के विरोध आंदोलन में शामिल अपने पिताजी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए आन्दोलन करने वाले सभी लोकतंत्र सेनानियों को मैं नमन करता हूं। उनके त्याग और बलिदान को देश कभी नहीं भूल पाएगा।

केन्द्री राज्यमंत्री किशन रेड्डी ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले को कुचलकर एक व्यक्ति की कुर्सी बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने इस देश में आपातकाल लगाया था। राहुल गांधी को आपातकाल के दौरान कांग्रेस द्वारा देश में किए गए अत्याचारों के बारे में जरूर पढ़ना चाहिए। आपातकाल के दौरान विपक्ष के नेताओं को जेल में डाला गया, राजनीतिक पार्टियों पर प्रतिबंध लगाया गया, लोगों के हित में काम करने वाले संगठनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया, जबरन नसबंदी कराई गई, प्रजातंत्र का गला घोटते हुए मीडिया की आजादी छीन ली गई। आपातकाल लगाकर सत्ता का दुरुपयोग करते हुए कांग्रेस के काले कारनामों से देशवासियों को विदित कराने के लिए भाजपा हर साल 25 जून को एग्जिविशन, सेमिनार का आयोजन करती है। पिछले 6 सालों से मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार प्रजातंत्र के आधार पर काम कर रही है। राहुल गांधी न ही लोकतंत्र को समझते हैं, न ही राज्य की राजनीति को, न ही केंद्र की राजनीति को और न ही अंतर्राष्ट्रीय राजनीति को, जो राजनीति में अप्रासंगिक है।

कोरोना पर ‘ओछी’ राजनीति कर रहे है केजरीवाल-आदेश गुप्ता

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आज से 45 साल पहले कांग्रेस की सरकार द्वारा आपातकाल लगाकर एक व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिए देश के नागरिकों के अधिकार का हनन किया गया, लोकतंत्र और न्याय तंत्र को कुचला गया। कांग्रेस के थोपे गए शर्मनाक आपातकाल की बरसी पर मैं उन सभी सेनानियों को नमन करता हूं जिन्होंने घोर अन्याय और यातनाएं सहने के बावजूद लोकतंत्र की हत्या करने वालों के सामने घुटने नहीं टेके और लोकतंत्र की रक्षा की।

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