नई दिल्ली। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा युवाओं में कौशल विकास योजना के अंतर्गत 10 जुलाई से 06 अगस्त, 2018 तक ’पुस्तक प्रकाशन में सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम’ शुरू किया गया। पाठ्यक्रम का उद्घाटन मंगलवार को न्यास के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में संपन्न हुआ। इस अवसर पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली के सदस्य सचिव, डॉ. सच्चिदानंद जोशी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस पाठ्यक्रम में देशभर से आए 30 प्रशिक्षार्थी भाग ले रहे हैं।
इस अवसर परडॉ. सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि ई-बुक्स की तरह पुस्तकों की चाहे कितनी भी तकनीकें क्यों न विकसित हो जाएँ परंतु मुद्रित पुस्तकों का रोमांच सदा कायम रहेगा। उन्होंने अभ्यर्थियों को यह भी कहा कि जीवन एवं समाज में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु प्रकाशन एक आदर्श क्षेत्र व व्यवसाय है।
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कार्यक्रम के दौरान एनबीटी के अध्यक्ष, प्रो. बल्देव भाई शर्मा ने कहा कि एनबीटी द्वारा देशभर में आयोजित किए जाने वाला पुस्तक प्रकाशन पाठ्यक्रम, प्रकाशन के क्षेत्र में रोज़गार के द्वार खोलता है। न्यास के इस कोर्स को करने के बाद आज कई युवा बड़े प्रकाशन संस्थानों में ऊँचे पदों पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर सहित देश के सुदूर क्षेत्रों में भी इस पाठ्यक्रम के लिए आकर्षण देखा जा सकता है।
एनबीटी की निदेशक, डॉ. रीता चौधरी ने कहा कि एनबीटी का उद्देश्य पठन-प्रवृत्ति का प्रोन्नयन करना है तथा इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु प्रकाशन क्षेत्र में प्रशिक्षित पेशेवरों का होना भी आवश्यक है।