पुलिस सेवा में चुनौतियां कभी खत्म नहीं होती हैं।

पीएम मोदी के विजन अनुसार स्मार्ट पुलिसिंग की ओर बढ़ना होगा।

मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश सुशासन के मॉडल के रूप में अपनी पहचान बना रहा है तो इसमें एक बड़ी भूमिका उत्तर प्रदेश पुलिस बल की है। आज रूल ऑफ लॉ को लागू कराने के माध्यम से उत्तर प्रदेश ने अपने परसेप्शन को बदला है। सीएम योगी ने सोमवार को मुरादाबाद के डॉ.भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में 74 पुलिस उपाधीक्षकों के दीक्षांत समारोह में ये बात कही

सीएम योगी ने इस बात पर जोर दिया कि विश्व के सबसे बड़े सिविल पुलिस बल के तौर पर विख्यात उत्तर प्रदेश पुलिस बल में नवनियुक्त होने वाले उपाधीक्षकों को पीएम मोदी के विजन अनुसार स्मार्ट पुलिसिंग की ओर बढ़ना होगा। हमें स्मार्ट पुलिसिंग की ओर बढ़ना होगा जो टेक्नो सेवी व ट्रेंड हो जो स्ट्रिक्ट हो मगर सेंसिटिव भी, मॉडर्न हो मगर मोबाइल भी, अलर्ट हो मगर अपने काम के प्रति उतना ही अकाउंटेबल भी हो, रिलायबल के साथ रिस्पॉन्सिव भी हो।

उन्होंने 18 डिप्टी एसपी के पदों पर प्रदेश की बेटियों की नियुक्ति पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 7 वर्ष में पुलिस बल में एक लाख साठ हजार कार्मिकों की नियुक्ति के साथ ही पुलिस बल के लिए उपलब्ध संसाधनों में भी अपार वृद्धि हुई है। पुलिस प्रशिक्षण की क्षमता को भी तीन गुना से अधिक बढ़ाने में सफलता प्राप्त हुई है। साथ ही, सीएम योगी ने सृष्टि अकांक्षा पाण्डेय को आंतरिक प्रशिक्षण, उदित नारायण पालीवाल को बाह्य प्रशिक्षण तथा ’स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ से प्रखर पाण्डेय को सम्मानित भी किया।

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