नई दिल्ली। अप्रैल माह से प्रारंभ होने वाली उत्तराखंड चार धाम यात्रा हेतु पंजीकरण आरंभ हो चुके हैं। इस बार पंजीकरण को प्रत्येक यात्री के लिए अनिवार्य किया गया है। पंजीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा वेब पोर्टल, मोबाइल एप, व्हाट्सएप तथा टोल फ्री नंबर के माध्यम से श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके साथ ही केदारनाथ धाम हेतु हेलीकॉप्टर सेवा की बुकिंग वेबसाइट भी लाइव कर दी गई है।
श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सुरक्षा के मद्देनजर चार धाम यात्रा हेतु पंजीकरण को अनिवार्य किया गया है। इन सुविधाओं में श्रद्धालुओं की यात्रा से संबंधित समस्याओं के त्वरित निवारण श्रद्धालुओं को आसानी से ट्रैक करना आदि सम्मिलित हैं। चार धामों में भीड़ बढ़ने से रोकने हेतु इस बार पंजीकृत श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए प्रशासन द्वारा टोकन जारी किया जाएगा। इन टोकन पर दिए गये नम्बर के डिस्पले पर आने तक वे बगैर लाइन में खड़े हुए भी अपनी बारी आने का इंतजार कर सकेंगे।
पर्यटन मंत्री उत्तराखंड सतपाल महाराज ने कहा, यात्री सुविधाओं को देखते हुए इस बार हमने प्रत्येक पंजीकृत श्रद्धालुओं के लिए विशेष टोकन की व्यवस्था की है जो उन्हें प्रत्येक धामों के दर्शन कराने में सहायक होगा। टोकन की व्यवस्था उन्हीं श्रद्धालुओं के लिए की गई है, जिनका पंजीकरण हुआ है, इसलिए हम चार धाम आने वाले इच्छुक श्रद्धालुओं से अपील करते हैं कि चार धाम की विश्वस्तरीय सुविधाओं का लाभ लेने हेतु वे पंजीकरण अवश्य कराएं।
21 फरवरी से प्रारंभ हुई पंजीकरण प्रक्रिया के तहत अब तक कुल 6,13,624 पंजीकरण किए जा चुके हैं, जिनमें केदारनाथ धाम के लिए 2,35,020 , बद्रीनाथ धाम के लिए 1,95,811 के अलावा गंगोत्री व यमुनोत्री के लिए 92,043 और 90,750 श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया जा चुका है।