हिन्दी अकादमी एवं गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी अकादमी मनाया आजादी का अमृत महोत्सव

हिन्दी अकादमी एवं गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी अकादमी मनाया आजादी का अमृत महोत्सव

यु.सि.,नई दिल्ली। अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में साहित्यिक सप्ताह का आयोजन किया गया। हिंदी अकादमी, गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी अकादमी, दिल्ली कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग द्वारा प्यारेलाल भवन, नई दिल्ली में 75वाॅ स्वतंत्रता दिवस पर आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मनाया गया।

इस अवसर पर हिन्दी अकादमी (Hindi Acadmi) एवं गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी अकादमी के सचिव डॉ. जीतराम भट्ट ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव साहित्यिक सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के इस अमृत महोत्सव वर्ष में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किए जाने वाले इस संयुक्त कार्यक्रम में गंगा जमुनी रूप देखने को मिलेगा।

अलग-अलग भाषाओं में आयोजित इन कार्यक्रमों का आरम्भ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। संगोष्ठी में चारु तिवारी, रघुवर दत्त शर्मा, हरीश लखेड़ा, निशांत रौथांण तथा श्रीराम सिंह लिंगवाल की अध्यक्षता में अपने-अपने वक्तव्य प्रस्तुत किए। स्वतंत्रता आंदोलन में उत्तराखंड के सैनानियों का इतिहास, उनका देश की स्वतंत्रता में योगदान और वो सैनानी जो गुमनामी में थे, जिनका उत्तराखंड के इतिहास में किसी भी तरह का नाम नहीं है। उत्तराखंड में लगभग 1815 से लेकर 1947 तक अपने बलिदान से कठिन परिश्रम से जो स्वतंत्रता के लिए जो योगदान दिया। इसके उपरांत भी उत्तराखंड के सैनानियों द्वारा जो योगदान दिया वह इतिहास में अमर है और अमर रहेगा आदि विचारों के साथ कार्यक्रम का समापन किया।
गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी अकादमी द्वारा आयोजित लोकगाथाओं का पाठ में जबर सिंह कैंतुरा, डॉ. पुष्पलता भट्ट, प्रतिबिम्ब बढ़थवाल, एवं रमेश चन्द्र घिल्डियाल ने उत्तराखंड, जौनसार व गढ़वाली में लोकगाथाओं का पाठ किया। ये लोकगाथा हमें सन्देश भी देती हैं और संस्कार भी। हिन्दी अकादमी, दिल्ली द्वारा कवि-साक्षात्कार का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें सुप्रसिद्ध कवि बाल स्वरूप राही का साक्षात्कार श्रीराम शर्मा द्वारा लिया गया। साक्षात्कार में बाल स्वरूप राही का लेखन यात्रा और जीवन यात्रा का उल्लेख किया गया।

गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी अकादमी द्वारा आयोजित नृत्य नाटिका में घुघूति कला मंच द्वारा जीतू बगड़वाल की प्रस्तुति की गई। इस पारंपरिक नृत्य जीतू बगड़वाल का उत्तराखंड की संस्कृति में विशेष स्थान है। अकादमी के सचिव डॉ जीतराम भट्ट ने अकादमी के अध्यक्ष उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का धन्यवाद करते हुए कहा की अकादमी इस प्रकार के कार्यक्रमों को जारी रखेगी। कार्यक्रम के समापन पर हिंदी अकादमी के उप-सचिव ऋषि कुमार शर्मा ने कहा कि इन कार्यक्रमों के माध्यम से सभी दर्शकों, श्रोताओं बहुत सी ऐसी जानकारी प्राप्त हुई हुई है जो सबको नहीं पता थी। इन सबको संजोकर रखना हमारा कर्तव्य बनता है। सभी अतिथियों वक्ताओं का इन विविध कार्यक्रम में उपस्थित होने की सहमति प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया।

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