पटना। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) आज शनिवार को भाजपा के संयुक्त मोर्चा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हेतु दो-दिवसीय प्रवास पर पटना पहुंचे। इस अवसर पर ग्राम संसद को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि ग्राम स्वराज की जो कल्पना पूज्य बापू महात्मा गाँधी ने की थी, उस वैचारिक पृष्ठभूमि को सही मायने में जमीन पर उतारने का काम भारतीय जन संघ और भारतीय जनता पार्टी ने किया है। कांग्रेस पार्टी कभी कॉर्पोरेट फार्मिंग की बात करती है तो कभी कलेक्टिव फार्मिंग की लेकिन देश के गाँव, गरीब और किसान की अंतरात्मा को पहचानने और उन्हें सशक्त बनाने में कांग्रेस पार्टी असमर्थ रही। उन्होंने कहा, आदरणीय डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने राष्ट्रवाद की अलख जगाई थी और देश को एक वैकल्पिक विचारधारा दी थी, उसे पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने एकात्म मानववाद और अंत्योदय के सिद्धांत से जोड़कर समग्र राष्ट्र के उत्थान का मार्ग बताया। हमारी जितनी भी सरकारें आई चाहे राज्य में अथवा केंद्र में, सबके शासन के चिंतन में अंत्योदय और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का ही भाव रहा। अंत्योदय की कल्पना को भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने ही जमीन पर चरितार्थ किया। श्रद्धेय नानाजी देशमुख ने चित्रकूट में ग्रामोदय का विषय उठाया और उन्होंने 500 गाँवों को स्वाबलंबी बनाने की दिशा में काम शुरू किया। मैं आप सभी ग्राम प्रतिनिधि से आग्रह करना चाहूंगा कि आप एक बार चित्रकूट जाएँ और देखें कि श्रद्धेय नानाजी देशमुख ने ग्राम विकास पर किस तरह से काम कर गाँवों का कायाकल्प किया। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उन्हीं के बताये रास्ते पर चलते हुए विकास की मुख्यधारा से पीछे छूट गए गाँव, गरीब, किसान, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, पिछड़े, आदिवासी, युवा एवं महिलाओं को विकास की अग्रिम पंक्ति में लाने के लिए समर्पित भाव से काम कर रहे हैं। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास ही नरेन्द्र मोदी सरकार का मूल मंत्र है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हर ग्राम पंचायत के सुधार के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार ने कई कदम उठाये हैं ताकि गाँवों का सशक्तिकरण हो, ग्राम विकास में पारदर्शिता आये और महात्मा गाँधी का ‘ग्राम स्वराजश् का सपना साकार हो सके। ग्रामीण विषयों को लेकर हमारी सरकार ने एक सिंगल इंटरफेस बनाया है और इसके माध्यम से देश के सभी पंचायतों की तस्वीर बदलने का काम हमारा ग्रामीण विकास मंत्रालय कर रहा है। अब तक 2,63,000 पंचायत के प्रोफाइल पोर्टल पर अपलोड हो चुके हैं। ग्राम स्वराज अभियान के लिए लगभग 5.90 लाख करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं और इससे सभी निर्वाचित जन-प्रतिनिधियों को भी जोड़ा गया है। हमारी सरकार का मुख्य मकसद ग्राम विकास की ऐसी योजनायें तैयार करना है जिससे जमीन पर बदलाव आये और इसके लिए फंड की कोई कमी न हो। पहले गाँवों के विकास की योजनायें प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) बनाते थे और जिला स्तर के अधिकारी इसके लिए राशि मुहैया कराते थे लेकिन श्री नरेन्द्र मोदी सरकार में गाँवों के जनप्रतिनिधि आम सभा बुलाकर अपने-अपने गाँवों के विकास की योजनायें बनाते हैं और सरकार सीधे पंचायतों तक विकास के लिए राशि पहुंचा रही है। पहले की सरकारों द्वारा पंचायत के लिए जितना पैसा दिया जाता था, अब श्री नरेन्द्र मोदी सरकार में वह पांच गुना बढ़ गया है। पहले पंचायत में प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष औसतन 52 खर्च होते थे लेकिन आज यह बढ़ कर 674 हो गया है।
श्री नड्डा ने कहा कि गाँव के लोगों ने कभी नहीं सोचा होगा कि देश के कभी स्वामित्व कार्ड जैसी योजना भी लागू हो सकती है। आज लगभग डेढ़ लाख गाँव इस योजना के अंतर्गत आ चुके हैं और लगभग 85 लाख लोगों को अपना प्रॉपर्टी कार्ड मिल चुका है। लगभग 41236 गाँवों में ड्रोन से प्रॉपर्टी की मैपिंग हो चुकी है। लगभग 2.20 लाख प्लॉट अब तक डिजिटल हो चुके हैं। ग्राम स्वराज अभियान योजना में 2022 से 2026 के लिए आवंटित फंड में लगभग 5,911 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। कांग्रेस की सरकारों में गाँवों के विकास के लिए केंद्र से जो पैसा भेजा जाता था, उसका 85ः हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता था। हमारी सरकार में पूरा पैसा बिना किसी बिचैलिए के सीधे लाभार्थी तक पहुंचता है। हमारी सरकार में पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है। अब तक लगभग 1.77 लाख ग्राम पंचायत फाइबर इंटरनेट से जुड़ गए हैं और अब डिजिटल पेमेंट्स हो रही है। किसी ने भी कल्पना नहीं की थी कि ऑप्टिकल फाइबर गाँव में पहुँच भी सकेगा। लगभग पांच लाख कॉमन सर्विस सेंटर अभी गाँवों में काम कर रहे हैं। यह है बदलता भारत!
बिहार के विकास में आये आमूल-चूल बदलाव को रेखांकित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में कनेक्टिविटी की समस्या अब बीते जमाने की बात हो चली है। हमारी सरकार ने लगभग 11 करोड़ इज्जत घर बना कर सम्मान से महिलाओं को जीने का अधिकार दिया है। इसी तरह उज्ज्वला योजना के तहत हमारी सरकार ने लगभग 9 करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिया जिससे उन्हें धुएं से आजादी मिली और उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से भी राहत मिली। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बिहार में लगभग 10,000 किमी सड़क बनी है। गाँवों तक पक्की सड़कों के लिए क्यों देश को श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार की प्रतीक्षा करनी पड़ी? श्रद्धेय अटल जी की सरकार के बाद कांग्रेस की यूपीए सरकार ने 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को रोक कर रखने का पाप किया। इस योजना में पुनः तेजी तब आई जब केंद्र में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी। इसलिए यदि विकास को जमीन पर किसी ने पहुंचाया और या विकास का कोई संवाहक बना है तो वह केवल और केवल भारतीय जनता पार्टी की सरकारें हैं। ॅम ंतम जीम बींउचपवदे व िकमअमसवचउमदज. हमारी सरकारों ने ग्रामीण भारत की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
श्री नड्डा ने कहा कि ये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिन्होंने भारत जैसे विशाल देश को कोरोना की विभीषिका से बचाया। ये उन्हीं का प्रयास है कि आज देश में 200 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज एडमिनिस्टर हो चुका है। पहले किसी भी बीमारी के टीके को हिंदुस्तान पहुँचने में वर्षों लग जाते थे लेकिन कोरोना के दस्तक देने के बाद आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों से पहली बार देश में केवल 9 महीने में ही दो-दो विश्वस्तरीय टीके विकसित हुए और इनका रोलआउट भी हुआ। यह दुनिया का सबसे लार्जेस्ट और फास्टेस्ट वैक्सीनेशन अभियान बना। यही नहीं, हमने दुनिया के कई देशों को वैक्सीन का निर्यात भी किया और कई देशों को मुफ्त में भी वैक्सीन के लाखों डोज पहुंचाए। भारत अब लेने वाले देश के रूप नहीं बल्कि देने वाले देश के रूप में जाना जाता है। यह देश के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।