नईदिल्ली। गौमाता को राष्ट्रमाता के रूप में स्थापित करने को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। इसी को समर्थन के लिए 18 फरवरी 2018 को रैली का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश भर से लोग इसमें भाग लेने आ रहे हैं। भारतीय गौक्रांति मंच के संस्थापक गोपाल मणि ने आज प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 18 फरवरी को रामलीला मैदान में गौमाता प्रतिष्ठा आंदोलन होने जा रहा है जिसमें देश भर के लोग भाग लेने आ रहे हैं। देश की आजादी का पहला आंदोलन भी गाय को लेकर हुआ था। गोपाल मणि ने कहा कि हमारी पांच मांग है। जिसमें पहला है गाय मंत्रालय अलग से स्थापित किया जाए। दूसरी मांग है कि गाय की गोबर हमारे खेतों में पड़े इसकी व्यवस्था सरकार करें। तीसरी मांग है कि गोबर की मूल्य मिलनी चाहिए, दस वर्ष तक नवजात बच्चे को गाय का दूध पिलानी चाहिए। चैथी मांग है कि गोबर की व्यवस्था हो और पांचवीं मांग है कि गाय की हत्या पर जो हत्या का केस दर्ज होता वह लागू होना चाहिए।
गोपाल मणि ने कहा कि गाय की प्रतिष्ठा हासिल हो तो देश की हर समस्या का समाधान होना चाहिए। आर्थिक विकास गाय से होती है। आज देश में स्वच्छता अभियान को सफल करना है तो इसके लिए गाय को पहले प्रतिष्ठा स्थापित करना होगा निश्चिततौर पर अपने आप से स्वच्छता अभियान सफल होगा। देश के भाग्य विधाता गाय ही है। गौरतलब है कि देश भर में गौमाता को राष्ट्रमाता के रूप में स्थापित करने के लिए गौ क्रांति मंच लगातार आंदोलन कर रही है।