मैं (उदित राज) बड़े भारी मन से जानना चाहता हूँ कि मेरा टिकट क्यों कटा। मुझे अतियंत दुःख है कि भारतीय जनता पार्टी मुझे पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर रही है।
नई दिल्ली। उत्तर-पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद उदित राज का टिकट कटने से छलका उनके मन का व्याथा। उदित राज ने एक प्रेसनोट के माध्यम जगजाहिर की अपने मन का पीड़ा। उन्होंने कहा कि मुझे अतियंत दुःख है कि भारतीय जनता पार्टी मुझे पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर रही है। देश में यह प्रचार है कि भाजपा टिकट काम, ईमानदारी और योग्यता के आधार पर देती है लेकिन किसी को टिकट देना या न देने का हथ्यार आंतरिक सर्वे को बनाया गया है लेकिन यह असत्य है, पूरे देश में भाजपा के कार्यकर्ता अब तक इस न्यायतुला में यकीन करते हुए पार्टी के फैसले को शत प्रतिशत सच मान लेते है लेकिन अब नही मानना चाहिए, पार्टी ने चार एजेंसिओ से सर्वे कराया है और दिल्ली में मुझे सबसे अच्छा पाया गया, पोप्पुलारिटी और विजेता दोनों मामलो में और सांसदों से सबसे ऊपर हूँ और फिर भी मेरा उत्तर पश्चिम लोकसभा से टिकट काटा गया। दूसरा हौआ ये खड़ा कर रखा है जो अच्छा काम करेगा उसे टिकट मिलेगा यह भी असत्य है। इंडिया टुडे सर्वे में मुझे देश का दूसरा उत्कृष्ट सांसद घोषित किया इसके पहले फेम इंडिया एशिया पोस्ट सर्वे द्वारा एक बार श्रेस्ष्ठ सांसद और दूसरी बार बेजोड़ सांसद का खिताब भी मुझे मिला हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं इनके आन्तरिक सर्वे और अच्छा काम करने में उत्तम हूँ तो मेरा टिकट किस आधार पर काटा गया। अफसोस इस बात का है कि पार्टी ने मेरे पक्ष को प्रस्तुत करने का मौका भी नही दिया घर में काम करने वाले की भी मर्जी पूछी जाती है लेकिन मुझसे टिकट देने या न देने के मामले में कभी पूछा ही नही गया।
उदित राज के टिकट कटने के यह है 5 करण?
उन्होंने कहा कि मैं (उदित राज) बड़े भारी मन से जानना चाहता हूँ कि मेरा टिकट क्यों कटा और उन कारणों को ढूढने की कोशिश की तो निम्न वजह सोच पाया हूँ।
1. क्या मोदी जी के नेतृत्व में आँख मूँद कर विश्वास करते हुए अपनी पार्टी इंडियन जस्टिस पार्टी को विलय कर दिया अपना दल जैसे छोटी पार्टियाँ ज्यादा फायदे में रही कि जनाधार स्थानीय होने के बावजूद बहुत कुछ लिया।
2. क्या मेरी यह खता थी की मैं भाजपा में दलित नेता के नाम से जाना जाता रहा और 2014 में जब मैं पार्टी में शामिल हुआ था तो व्यापक जन समर्थन लोकसभा के चुनाव में मिला। क्या पार्टी को जनाधार वाला दलित नेता नहीं चाहिए? क्या मैं समय समय पर दलितों की आवाज उठाया?
3. क्या मैं 2 अप्रैल 2018 को दलितों द्वारा भारत बंद का समर्थन करके गलती किया? एससीएसटी एक्ट और रोस्टर पॉइंट के मुद्दे पर भारत बंद किया गया था। क्या महिलाओ के पक्ष में सबरीमाला मंदिर में उनके प्रवेश का समर्थन किया तो क्या मुझे उसकी सजा मिली और सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने की आवाज उठाई।
4. प्रधानमंत्री जी की उपस्तिथि में मैंने संसद में सवाल किया था कि उच्च न्यायपालिका गरीब दलित एवं पिछड़ा विरोधी हैं क्या वह गलती थी?
5. दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीलिंग के विरोध में सुप्रीम कोर्ट का घेराव क्या गलती थी?
आखिर में उन्होंने सवाल किया, मैं हैरान इस बात से हूँ कि इनमे से सारे कारण है या कौन से कारण हैं? जिसकी वजह से मेरा टिकट काटा?
बता दें कि उत्तर-पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद उदित राज का टिकट भारतीय जनता पार्टी ने काट दिया है। अब उत्तर पश्चिम दिल्ली से भाजपा के टिकट पर पंजाबी गायक हंस राज हंस को लोकसभा के उम्मीदवार बनाया गया है।
#लोकसभाचुनाव2019 #UditRaj #BJP #NarendraModi #HansRajHans