मुख्य सचिव मामले को लेकर दिल्ली की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति

राजनीतिक पार्टियों ने पूछा सवाल, केजरीवाल, सरकार चला रहे हैं या सर्कस?

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव के साथ हाथापाई को लेकर दिल्ली की राजनीतिक गरमा गई है। दिल्ली कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर बोलते हुए कहा कि केजरीवाल के अवास पर आप पार्टी के विधायकों द्वारा दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से जो हाथापाई मुख्यमंत्री के इशारे पर की गई वह बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जो केजरीवाल की सरकार की प्रशासनिक व संवैधानिक विफलता दर्शाता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल इस विषय को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्यवाही करें और दिल्ली के प्रशासनिक अधिकारियों में विश्वास का माहौल बनाए ताकि ये सभी अधिकारी भय के माहौल से बाहर आकर दिल्ली के विकास के लिए कार्य करें।
ऐसे मौके पर भाजपा, केजरीवाल सरकार को भला कैसे छोड़ सकती है, राजनीतिक पार्टियों को तो राजनित करने का मौका मिलना चाहिए। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंच गये मुख्यमंत्री अवास और मुख्यमंत्री आवास पर रोष प्रदर्शन किया। इस अवसर पर दिल्ली भाजपा ने कहा कि देश की राजधानी में सरकार और अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच इस प्रकार का टकराव अभूतपूर्व है और मुख्यमंत्री की इस पर लगातार चुप्पी उनकी मुख्य सचिव से हुई अभद्रता में संलिप्तता का प्रमाण है। विधानसभा नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने केजरीवाल पर अपना भड़ास निकालते हुए कहा, भारतीय राजनीति के इतिहास में यह घटना काले अक्षरों में लिखी जायेगी। यह घटना भारतीय लोकतंत्र पर एक बदनुमा दाग है। इस घटना की जितनी निंदा की जाये कम है। मुख्यमंत्री अगर योजना बनाकर धोखे से रात को 12 बजे मुख्य सचिव को अपने घर बुलाकर अपने एक दर्जन विधायकों के साथ कमरे में बंद करके उनसे मारपीट करंे, गाली गलौज करना एक गिरी हुई अनैतिक हरकत है।

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नवगठित राजनीतिक पार्टी स्वराज इंडिया को भी केजरीवाल सरकार को घेरने का मौका मिल गया। पार्टी नेता अनुपम ने कहा कि पहली बार नहीं है जब ऐसी कोई घटना सामने आयी हो। पहले भी आप पार्टी के सदस्यों और उनके सुप्रिमो अरविंद केजरीवाल ने प्रशासनिक अधिकारियों को अपमानित किया है और झूठे आरोप लगाए हैं। चाहे शकुंतला गैमलिन का मामला रहा हो या आशीष जोशी का। दरअसल अरविंद केजरीवाल ऐसे हाई वोल्टेज ड्रामा हमेशा चालू रखना चाहते हैं ताकि सार्वजनिक हितों से जुड़े असल मुद्दों पर सवालों से बचा जाता रहे। पार्टी ने सवाल किया, केजरीवाल जी सरकार चला रहे हैं या सर्कस?

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