‘माई एग्री गुरू 2.0’ से किसानों को खेती करना हुआ और भी आसान

नई दिल्ली। एक दौर था जब खेती करने वाले किसान को अनपढ़, मूर्ख कहा जाता था। आज समय बदल रहा है, शहर की तरह गांव भी डिजिटल बनता जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को डिजिटल इंडिया का जो सपना दिखाया है, वह कही न कही साकार होते दिखाई दे रहा है। गांवों के किसानों के बीच भी फिचर, एंड्रॉयड फोनों का चलन है और किसान भी खेती करने के लिए डिजिटल ऐप की मदद लेते है, जहां उन्हें खेती संबंधित हर तरह की जानकारीयां उपलब्ध होती है।
ऐसे ही ऐप, टेªक्टर बनाने वाली कंपनी महिन्द्रा एंड महिन्द्रा ने ‘माई एग्री गुरू 2.0’ के नाम से लाॅन्च किया है,

जिसके माध्यम से देश के किसानों को खेती कारना और खेती संबंधित जानकारियां प्राप्त करना और भी आसान हो गया है। हालांकि यह ऐप फरवरी 2017 में ही लाॅन्च किया गया था। इस ऐप का नया वर्जन तकनीकी रूप से उन्नत है और किसानों के लिए डिजिटल एडवाइजरी प्लेटफॉर्म के रूप में काम करता है। ऐप के नए वर्जन में ऐडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर पर्सनलाइज्ड यूजर अनुभव देने का प्रयास किया गया है। इसे एक ऐडवांस सोल्यूशन, जो चैटबॉट का इस्तेमाल करती है, के माध्यम से बढ़ावा दिया गया है। अपनी इन विशेषताओं के कारण एग्री गुरु को इसके मूल वर्जन का अपग्रेडेशन कहा जाता है।

इस ऐप को अब प्रत्येक यूजर के लिये उनके भौगोलिक क्षेत्र एवं उनके द्वारा उगाई जाने वाली फसलों के आधार पर कस्टमाइज किया जा सकेगा। ऐप के इंटरफेस को यूजर की प्रोफाइल के आधार पर ही डिजाइन किया जायेगा, जिससे किसानों को उनकी जरूरत की सभी जानकारी उपलब्ध होगी। इस तरह किसानों को ऐप से जोड़ने के लिये एक सुविधाजनक और सहज ज्ञान युक्त मंच का निर्माण होगा।

चैटबोट एक अत्याधुनिक तकनीक की सहायता से तैयार किया गया उपकरण है। इसमें आवाज को पहचानने और मशीन लर्निंग की क्षमता है। इस मशीन से किसानों को अपनी समस्या के समाधान तुरंत मिल जाता हैं। इससे किसानों की समस्याओं को दूर करने में काफी कम समय लगता है, जिससे यह ऐप बेहद प्रभावशाली बन गया है। ऐप की होम स्क्रीन पर जाकर ‘आस्क मी‘ आइकन के माध्यम से इस सर्विस का लाभ उठाया जा सकता है। किसान या तो टाइपिंग या सवाल पूछकर बोट से बातचीत कर पाएंगे। इस समय बोट को गन्ने की खेती से संबंधित सवालों के जवाब देने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।

कंपनी की सीईओ अशोक शर्मा ने कहा, “माई एग्री गुरु 2.0 फसलों की उत्पादकता में सुधार सुनिश्चित करने के लिए किसानों को निजी सलाह देने वाली सेवा है। माई एग्री गुरु ने अब तक चार लाख से ज्यादा किसानों तक पहुंच स्थापित की है। ऐप के सबसे लोकप्रिय सेक्शन एग्री बज में अब तक 55 हजार से अधिक संवाद दर्ज किये गये हैं। किसानों को इस ऐप से जुड़ने में और मदद उपलब्ध कराने के लिए हमने आवाज आधारित एग्री एडवाइजरी चैटबोट विकसित किया है। इस ऐप की आवाज को पहचानने और मशीन लर्निंग तकनीक की मदद से किसानों के सवालों के जवाब तुरंत मिल जाता हैं। ऐप से किसानों को मंडी में चल रहे दामों की जानकारी मिलती है, जिससे उन्हें पता चलता है कि किस मंडी में वह अपनी फसल बेचकर ज्यादा से ज्यादा कमाई कर सकते हैं। माई एग्री गुरु 2.0 ऐप एंड्रॉयड फोन पर गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस समय अंग्रेजी और हिंदी में मौजूद यह ऐप जल्द ही मराठी में उपलब्ध होगा।

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