लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश राज्य को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्मार्ट गांव बनाने की बात कही। गोरखपुर में एक दिवसीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्राम सभा की खुली बैठक में ग्राम के विकास की रणनीति बनाई जाए। सीएम ने कहा कि मुसहर, वनटांगिया एवं प्राकृतिक आपदा से प्रभावित परिवार के पक्के आवास का सर्वे करा लिया जाए। सभी नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके, इसके लिए सभी इण्डिया मार्क-2 हैण्डपम्प मरम्मत करा दिए जाएं। सीएम योगी ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा 2 अक्टूबर, 2018 तक प्रदेश के सभी गांवों को खुले में शौचमुक्त किए जाने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में अभी तक 30 लाख शौचालय बनवाए गए हैं। हर गांव को पक्के मार्ग से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम प्रधान के अधीन वर्तमान में 15 विभाग कार्य कर रहे हंै। प्रदेश के सभी 60 हजार गांव को आॅप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा, ताकि ग्राम्य सचिवालय तेजी से काम कर सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसी विभाग द्वारा ग्राम प्रधान का उत्पीड़न न हो, यदि कोई घटना प्रकाश में आती है, तो त्वरित कार्यवाही की जाएगी। राज्य सरकार हर स्तर पर ग्राम प्रधानों का सहयोग करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 14वें वित्त आयोग द्वारा ग्राम सभाओं को विकास के लिए पर्याप्त धनराशि दी जा रही है। पारदर्शी ढंग से कार्य करते हुए गांव में प्रत्येक नागरिक को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
दो अक्टूबर 2018 तक, राज्य के सभी गांव खुले में शौचमुक्त होगा: सीएम योगी
By Yuva Siyasat