(यु.सि.) नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने शुक्रवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय से सोनिया गाँधी को राजधर्म की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के विस्थापितों को, जिन्हें उनकी आस्थाओं के आधार पर प्रताड़ित किया जा रहा है, उसको लेकर कांग्रेस की एक सोच रही है और इनके नेताओं ने बार-बार खुलकर इसपर स्टैंड लिया है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी ने युगांडा और श्रीलंका के विस्थापितों की मदद की थी। साल 2003 में विपक्ष में रहते हुए पूर्व प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह ने तत्कालीन उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी से सदन में आग्रह किया था कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये विस्थापितों को नागरिकता देना भारत का नैतिक दायित्व है। राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संप्रग सरकार के तत्कालीन गृह मंत्री लालकृष्ण अडवाणी और यूपीए सरकार में गृहमंत्री रह चुके शिवराज पाटिल को भी समय समय पर पत्र लिखकर पड़ोसी देशों से आने वाले अल्पसंख्यक हिंदुओं को नागरिकता देने की मांग कर चुके हैं।
प्रसाद ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर कांग्रेस का यह कौन सा राजधर्म है कि आज एक एक कर कांग्रेस के सभी नेता उक्त मुद्दे पर पलट गए? क्या पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी ने युगांडा और श्रीलंका के विस्थापितों को मदद दी थी, वह गलत था? अशोक गहलोत ने बार बार पत्र लिखकर पड़ोसी देशों से आने वाले अल्पसंख्यक हिंदुओं को नागरिकता देने की मांग की थी, क्या वह गलत था?
दिल्ली हिंसा पर बोलते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली में फैली हिंसा के लिए शांति की अपील की है। देश के गृहमंत्री अमित शाह ने सर्वदलीय बैठकें की हैं। किसकी छत से तेजाब फेंका जा रहा था यह सबने देखा है।