दिल्ली सरकार नगर निगम के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है- अशोक गोयल

अहंकार तो रावण का भी खत्म हो गया था, आम आदमी पार्टी का अहंकार भी जल्द ही खत्म हो जाएगा-गोयल

यु.सि., नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की सियासत कर रही है। आम आदमी पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज आज अपने बयान में कहा कि भाजपा दिल्ली नगर निगम को नही चला सकती तो हमें दे दें। उन्होंने कहा, एमसीडी सत्ता में आने से पहले ही भाजपा को जानकरी थी कि इतने ही फंड में काम करना है, इसके बावजूद वे फंड की कमी का रोना रोते हैं।

सौरभ भारद्वाज के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश मीडिया प्रमुख अशोक गोयल ने पलटवार किया। कहा कि आम आदमी पार्टी 2017 में हुए नगर निगम के चुनाव में मिली करारी हार पचा नहीं पा रही है और उसी का बदला दिल्ली के लोगों से ले रही है। संवैधानिक व्यवस्था के आधार पर दिल्ली के नगर निगमों को जो शेयर देना होता है उसे दिल्ली सरकार हर साल रोकती आई है।

गोयल ने कहा कि आज आप पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज अहंकारवश यह कह रहे हैं कि नगर निगम की कमान दिल्ली सरकार को दे दी जाए और नगर निगम कर्मचारियों का बकाया वेतन दिल्ली सरकार देगी। तीनों नगर निगम संवैधानिक व्यवस्था के अनुसार अपने हक का हिस्सा दिल्ली सरकार से लगातार मांग रही है जो कि दिल्ली की जनता से वसूल किये गये नगर निगम के हिस्से के टैक्स का पैसा है, लेकिन यह किसी से छिपा नहीं है कि दिल्ली सरकार जब से नगर निगम का चुनाव हारी है तब से ही दिल्ली के लोगों से बदला लेने के लिए नगर निगम के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जबकि नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने कोरोना संकट के समय में भी अपनी स्वास्थ्य की परवाह न करते हुये दिल्ली को साफ और सुरक्षित रखने के लिए उत्कृष्ट काम किया।

गोयल ने कहा कि यह बात गौर करने वाली है कि अगर आप पार्टी सरकार दावा कर रही है कि दिल्ली नगर निगम की कमान मिलने पर वह नगर निगम कर्मचारियों को वेतन देगी, इससे साफ जाहिर है कि उन्होंने जानबूझकर नगर निगम के फंड को रोक कर रखा है। उन्होंने कहा कि अहंकार तो रावण का भी खत्म हो गया था, आम आदमी पार्टी का अहंकार भी जल्द ही खत्म हो जाएगा।

यह भी पढ़ें: आप पार्षदों द्वारा सदन को नहीं चलने देना शर्मनाक-गोयल

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *