नई दिल्ली। स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव दिल्ली दंगों में गिरफ्तार आरोपियों को बचाने के लिये दिल्ली पुलिस पर ही सवालिया निशान लगा रहे हैं। दंगों में गिरफ्तार मीरान हैदर, सफूरा जरगर, खालिद सैफी इशरत आदि को आंदोलनकारी बताते हुये यादव ने शुक्रवार को प्रेस नोट जारी किया और कहा कि पुलिस आंदोलनकारियों को निशाना बना रही है।
यादव जिसे छात्र और युवा सामाजिक कार्यकर्ता बता रहे है दिल्ली पुलिस ने उन्हें दंगों के आरोप में गिरफ्तार किया है। उत्तर-पूर्वी जिले में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद इशरत जहां उर्फ पिंकी पर दंगे का आरोप लगा है। इशरत जहां को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भी भेजा गया। इशरत ने कोर्ट में जमानत अर्जी भी लगाई, लेकिन खारिज हो गई। इसमें इशरत के अलावा खालिद, हाजी इकबाल, सलीम, शरीफ, विक्रम ठाकुर, इशाक, हाशिम, समीर प्रधान खुरेजी, यामीन कूलर वाला, बिलाल, अजार उर्फ भूरा, साबू अंसारी व अन्य लोगों को आरोपी है। सभी के खिलाफ दंगा, हत्या के प्रयास समेत कई अन्य संबंधित धाराएं लगाई गई हैं।
यादव ने इन सभी के लिये दिल्ली पुलिस आयुक्त को एक पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने दंगाइयों के लिये चिंता जाहिर की और कहा, पुलिस निशाना बना रही है, जैसे वही दिल्ली दंगों के आरोपी हैं।
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यादव ने दिल्ली पुलिस को अपने संवैधानिक कर्तव्य यानि कानून व्यवस्था बनाए रखने और न्याय करने की बात कही है। उन्होंने कहा, पुलिस की वर्दी की प्रतिष्ठा से समझौता न करे।
सवाल यह है कि सरकार और प्रशासन योगेंद्र यादव के कहने पर काम करेंगी? दिल्ली दंगों में गिरफ्तार आरोपियों को क्लीनचिट यादव देंगे?..