अल्मोड़ा, (संजय अग्रवाल)
यु.सि.। कुछ दिनों पूर्व समुचित ईलाज ना मिल पाने के कारण अल्मोड़ा में एक गर्भवती महिला की मौत हो गयी थी जिससे अल्मोड़ा वासियों में गहरा रोष व्याप्त है। इसी क्रम में अल्मोड़ा की दिन प्रतिदिन बदहाल हो रही। स्वास्थ्य सेवाओं व असंवेदनशील चिकित्सा विभाग की लापरवाही के विरोध में अल्मोड़ा के कांग्रेसजनों ने पूर्व विधायक मनोज तिवारी के नेतृत्व में सीएमओ आफिस में धरना देकर अपना रोष व्यक्त किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि विगत लम्बे समय से अल्मोड़ा के निवासी अल्मोड़ा शहर की बदहाल चिकित्सा सेवाओं व चिकित्सा विभाग के असंवेदनशील रवैये के कारण त्रस्त हैं।
चिकित्सालयों की लापरवाही से कई लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं व कई मरीज उचित ईलाज के अभाव में महंगे प्राईवेट अस्पतालों में ईलाज करवाने हेतु मजबूर हैं। तिवारी ने कहा कि जिला अस्पताल की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने कहा कि कुछ दिनों पूर्व अल्मोड़ा कोसी-कटारमल निवासी मुन्ना सिंह की पत्नी आशा देवी जो कि पांच माह की गर्भवती थी उन्हें कोरोना की आशंका के चलते जिला अस्पताल से बेस अस्पताल भेजा गया। जिस कारण ईलाज में हुई अत्यधिक देरी व लापरवाही से महिला और उसके गर्भ में पल रहे 5 माह के शिशु की मृत्यु हो गयी थी।
जिलाध्यक्ष पीताम्बर पान्डेय ने कहा कि पूर्व में भी अल्मोड़ा चिकित्सा विभाग की असंवेदनशीलता के कारण कई मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। अनेकों प्रसूताओं को उचित ईलाज ना मिल पाने के कारण अपनी जान गवानी पड़ी है। उन्होंने पीड़ित परिवार को उचित राहत राशि प्रदान करने की मांग की। कांग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतैला ने कहा कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच करने के साथ ही दोषी चिकित्सकों व कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही नहीं की जाती है तो कांग्रेस पार्टी जनता को साथ में लेकर एक वृहद आन्दोलन को बाध्य होगी। उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में अब अल्मोड़ा की जनता के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।