मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल महिला विरोधी और दलित विरोधी है क्योंकि केबिनेट में एक भी महिला को जगह नही दी है। भाजपा की भांति दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार भी महिलाओं के खिलाफ बढ़ते हमलों और बलात्कार के मामलों को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित रही है-चौ0 अनिल कुमार
यु.सि.,नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने महिला उत्पीड़न विरोध दिवस के अवसर पर महिला और दलितों पर बढ़ते अपराधों के विरोध में आज जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अगुवाई प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने की। इस अवसर पर अनिल कुमार ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार महिला और दलितों के प्रति बढ़ रहे अपराधों को रोकने के लिए कोई कार्रवाही नही कर रही है।
अनिल कुमार ने दिल्ली सरकार पर बोलते हुए कहा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार महिला विरोधी और दलित विरोधी है क्योंकि केबिनेट में एक भी महिला को जगह नही दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा की भांति दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार भी महिलाओं के खिलाफ बढ़ते हमलों और बलात्कार के मामलों को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित रही है। जबकि दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार 1,176 बलात्कार के मामले 15 जुलाई, 2020 तक दर्ज हुए थे, जिनसे साफ हो जाता है कि केजरीवाल सरकार राजधानी में गुंडा राज रोकने में विफल रही।
धरने पर बैठे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में महिलाओं और दलितों पर अपराधिक हमले बढ़े है जिसके कारण उनका जीवन दूभर हो गया है। उन्होंने कहा कि मोदी बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ के नारे लगते है, परंतु दुर्भाग्य से जब हाथरस की एक दलित लड़की के खिलाफ जानलेवा हमले किए गए तो उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने दोषियों को पकड़ने और परिवार को सांत्वना देने की बजाए लड़की परिवार वालों को धमकाने के साथ-साथ प्रताड़ित भी किया। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर दुनिया का ध्यान तब आकर्षित हुआ जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को योगी सरकार के पुलिस राज द्वारा रोकने के बावजूद कांग्रेस नेता हाथरस पहुंचे और उन्हें न्याय दिलाने के लिए परिवार की लड़ाई लड़ने में उनका पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।