नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने गुरुवार को उत्तरप्रदेश के कृषि विज्ञान केंद्रों की 27वीं वार्षिक कार्यशाला में भाग लिया। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्रों के बारे में केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि इन संस्थानों की विकसित प्रौद्योगिकी ने देश की खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित किया है। देश में इस समय पर्याप्त खाद्यान्न के साथ-साथ बागवानी उपज, दूध, मछली और अंडे का उत्पादन बढ़ाने में इन संस्थानों ने अहम भूमिका निभाई है। कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरुप किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए कृषि क्षेत्र में ग्रामीण युवाओं की अधिकतम भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्रों पर किसानों को उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के तहत कृषि से जुड़े विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण एवं तकनीकी संसाधन प्रदान किये जा रहे हैं।
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कैलाश चौधरी ने कहा कि ग्रामीण शिक्षित युवाओं को कृषि की तरफ आकर्षित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाएं कारगर साबित हो रही है। इसके साथ ही कृषि क्षेत्र में विद्यार्थियों को जागरूक करने की दिशा में भी काम कर रहे हैं। इसके अलावा देश के कृषि संस्थानों की ओर से विकसित प्रौद्योगिकी से रोजगार एवं आमदनी बढ़ाने के उपाय किये जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा सहित कई कृषि वैज्ञानिक उपस्थित रहे।