नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को जंतर मंतर पर उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रर्दशनकारियों ने योगी आदित्यनाथ सरकार को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लागू करने और केंद्र सरकार द्वारा लाये गये नागरिकता संशोधित बिल को तुरंत वापस लेने की मांग की।
धरने को संबोधित कर दिल्ली प्रदेश सपा इकाई की पूर्व अध्यक्ष उषा यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली सहित पूरे देश में महिलाओं एवं बालिकाओं की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। कमरतोड़ महंगाई और कुशासन से राज्य की आम जनता कराह रही है।
पार्टी पूर्व प्रमुख महासचिव एवं प्रवक्ता आरएस यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करती आ रही है। हम पहले भी जंतर मंतर पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करके राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन भी सौंप चुके हैं। लेकिन हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
श्री यादव ने कहा कि राज्य का किसान बदहाल है। जनता बेरोजगारी, बलात्कार और महंगाई की मार से त्राहि-त्राहि कर रही है। उन्हांेने कहा कि केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों और विशेष रूप से नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में सामाजिक विभाजन के हालात पैदा हो गये हैं। उन्होंने कहा कि देशद्रोहियों की संख्या बढ़ती जा रही है।
नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में देश में शुरू हुए इस अहिंसक आंदोलन को हिंसक न बनने दिया जाय। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि केंद्र सरकार बहुमत के आधार पर जनमत की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने एक बार फिर से अपनी मांगों का एक ज्ञापन महामहिम राष्ट्रपति महोदय को दिया है। हमारी मांग है कि राष्ट्रपति देश के मौजूदा हालात के मद्देनजर सरकार को निर्देश दें कि वह नागरिकता संशोधन कानून को तुरंत वापस ले और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को जल्द से जल्द बर्खास्त करके वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाय।