नई दिल्ली। लम्बे समय से चल रहे लाभ के पद मामले में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को आज चुनाव आयोग ने आयोग्य घोषित कर दी है। चुनाव आयोग द्वारा ‘आप’ विधायकों को आयोग्य घोषित करते ही दिल्ली की राजनीति में सुगबुगाहट तेज।
आम आदमी पार्टी की सरकार को बड़ा झटका लगा है। जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेज दी है। आपको बता दें कि इन विधायकों को संसदीय सचिव बनाए जाने के बाद से ही इनकी सदस्यता पर तलवार लटका हुआ था।
चुनाव आयोग के फैसले को लेकर दिल्ली प्रदेश भाजपा के नेता उत्साहित नजर आ रहे हैं। दिल्ली भाजपा ने चुनाव आयोग के इस फैसले का स्वागत किया हैं। प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की है, और कहा है कि यह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नैतिक हार है और वह इसकी जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा दें। तिवारी ने कहा है कि हम इस निर्णय का स्वागत तो करते हैं पर साथ ही हमें खेद है कि चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के विधायकों को लम्बे स्थगन दिये जिसकी भारी कीमत दिल्ली की जनता ने चुकाई है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा बार-बार दिये गये स्थगनों का लाभ उठाकर इन विधायकों ने न सिर्फ दिल्ली की जनता को लूटा-खसोटा ,बल्कि विकास भी ठप्प किया। इसी स्थिति का लाभ उठाकर आम आदमी पार्टी राज्यसभा में 3 सांसद भेजने में कामयाब हो गई।
दिल्ली भाजपा ने संकेत दिया है की किसी भी समय चुनाव हो सकता है और वह चुनाव के लिये तैयार है।