नई दिल्ली। अब लोग वॉयस ऑवर कलाकारों के महत्व को समझने लगे है। ऐसा नहीं की यह सब अचानक ही हुआ बल्कि रणवीर सिंह, भुवन बाम और शरद केलकर ने जब से बड़ी फिल्मों के लिए डबिंग की है, तब से ऐसा होने लगा है। वॉयस ऑवर की फिल्ड में लम्बे समय से काम कर रही पल्लवी भारती मानती है कि ऐसा होना जरूरी है ताकि इस उद्योग में काम कर रहे पुराने लोगों के काम को भी पहचान मिल सके। जिससे सभी को ही लाभ होगा।
भारती के अनुसार यह बहुत ही दुखद है कि वॉयस ऑवर आर्टिस्टों का कार्य बड़े नामों के नीचे दब जाता है। उदाहरण के तौर खुद उन्होंने बड़े व नामचीन कलाकारों के लिए अपनी आवाज दी। इसके अलावा बहुत से टीवी विज्ञापनों के लिए भी उनकी आवाज का प्रयोग किया। लेकिन आज तक उनके कार्यों को कोई सम्मान नहीं मिला, जिसकी वे हकदार थी।
इसी विषय पर अपनी बात रखते हुए वे कहती है कि जहां तक उन्हें पता है कि बाहुबली फिल्म में अपनी आवाज देने वाले शरद केल्कर के काम को सबसे ज्यादा प्रशंसा मिली थी। भुवन बाम भी इसी उद्योग में आये है। इसी कड़ी में अब रणवीर सिंह का नाम लिया जा रहा है जो डेडपूल 2 फिल्म के हिंदी वर्जन के लिए अपनी आवाज दिए है।
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वॉयस ऑवर आर्टिस्ट पल्लवी कहती है कि कुछ भी हो, लेकिन उन्हें खुशी है कि कुछ तो बदलाव आया। यह सुखद है कि इन दिनों में बड़े-बड़े नाम डबिंग और वॉयस ऑवर की दुनिया में आ रहे है। ऐसे में उन्हें लगता है कि आने वाले समय में इन आर्टिस्टों को भी नोटिस किया जाएगा। इससे इस उद्योग में आने वालों को भी इसे करियर के रूप में लेने की प्रेरणा मिलेगी।